लग सकता है इसी सप्ताह लाॅकडाउन, शुरू हुई पाबंदियों की तैयारियां
कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर लगातार रफ्तार पकड़ रही है।
मुंबई। कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर लगातार रफ्तार पकड़ रही है। जिसके चलते राज्य में रोजाना कोरोना संक्रमण के 50000 से भी ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। वीकेंड लॉकडाउन और रात के कफ्र्यू जैसी कई पाबंदियों के बावजूद राज्य के भीतर कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले कम नहीं हो रहे हैं। ऐसे हालातों के बीच राज्य सरकार ने लॉकडाउन लगाए जाने की पैरवी की है। अधिकारियों के मुताबिक संभवत बुधवार यानी 14 अप्रैल को राज्य में लाॅकडाउन लगाने को लेकर सरकार की ओर से फैसला ले लिया जाएगा। महाराष्ट्र में लाॅकडाउन लगाने की तैयारियों के तहत तालाबंदी के दौरान लागू किए जाने वाले नियम कायदों पर विचार-विमर्श शुरू कर दिया गया है। राज्य के भीतर लाॅकडाउन लगाए जाने की संभावनाओं पर स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि उनकी सरकार ने लॉकडाउन लगाने को लेकर तैयारियां करनी शुरू कर दी है। फिलहाल लॉकडाउन के दुष्प्रभाव को कम करने के उपायों के ऊपर चर्चा की जा रही है। उधर खबरों के मुताबिक बचाव के नियम कायदों पर चर्चा के लिए सीएम उद्धव ठाकरे ने उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के साथ बैठक की है। राज्य सरकार फिलहाल इस बात पर भी विचार कर रही है कि राज्य में ऑक्सीजन आपूर्ति, दवाईयां और एंटीवायरल रेमेडिसीवर की कमी को किस प्रकार से दूर किया जाए। इसके अलावा राज्य में कम दामों पर अनाज दिए जाने की योजना पर सरकार की ओर से गंभीरता के साथ विचार किया जा रहा है। सरकार में मंत्री असलम शेख ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान किसे अनुमति दी जाए और कितने दिनों के लिए इन सबको लेकर राज्य सरकार पूर्ण रूप से योजना बना रही है। लॉकडाउन से पहले यदि लोग कहीं जाना चाहते हैं या फिर यहां आना चाहते हैं। इसके लिये उन्हें पर्याप्त समय मिल जाएगा। मंत्री ने केंद्र सरकार से भी इस मामले में मदद मांगी है। उन्होंने कहा कि केंद्र अपने राजस्व का लगभग 50 प्रतिशत मुंबई से कमाता है। आपदा की इस घडी में हमारे प्रवासी कामगारों और छोटे स्तर के कारोबारियों की मदद करने के लिए हमें केंद्र के समर्थन की आवश्यकता है। हम केंद्र से एक पैकेज देने का अनुरोध करते हैं और आगे हम भी इसमें योगदान करेंगे।