अटल टनल तक शुरू हुई 1100 किमी की थैलासीमिया जागरूकता यात्रा
स्टॉप थैलासीमिया अभियान के अंतर्गत आयोजित की गई 04 दिवसीय थैलासीमिया यात्रा का भारी करतल ध्वनि के बीच शुभारंभ किया गया।
सहारनपुर। फैमिली ऑफ ब्लड डोनर्स ट्रस्ट के तत्वावधान में स्टॉप थैलासीमिया अभियान के अंतर्गत आयोजित की गई 04 दिवसीय थैलासीमिया यात्रा का भारी करतल ध्वनि के बीच शुभारंभ किया गया।
बृहस्पतिवार को महानगर से थैलासीमिया जागरूकता यात्रा का शुभारंभ किया गया। सहारनपुर से आरंभ हुई थैलासीमिया जागरूकता यात्रा का अटल टनल लेह-मनाली हाइवे हिमाचल प्रदेश तक लगभग 1100 किमी0(आना जाना सहित) का सफर तय करके समापन सहारनपुर में होगा। यात्रा को थैलासीमिया नोडल अधिकारी डॉ0 ए.के.चैधरी द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। डॉ0 ए. के.चैधरी ने बताया कि थैलासीमिया ऐसी बीमारी है जो माता-पिता से ही बच्चो को मिलती है। इस बीमारी से पीड़ित बच्चांे को हर 15 दिवस में रक्त चढ़ाया जाता है, इसलिये शादी से पूर्व अथवा महिलाओं को गर्भावस्था में ही थैलासीमिया जांच अवश्य करवा लेनी चाहिये। संरक्षक चन्द्रजीत सिंह निक्कू व यात्रा संयोजक तरुण भोला ने बताया कि ट्रस्ट थैलासीमिया बच्चों की आर्थिक मदद के साथ-साथ रक्त की कमी ना रहे, इसलिये रक्तदान शिविरों का आयोजन करता रहा है जो आगे भी जारी रहेगा।
भारत मे अभी भी थैलासीमिया बीमारी से पीड़ित 10000 बच्चे हर वर्ष जन्म लेते है। इसी आंकड़े को जागरूकता फैलाकर समाप्त करना है। इसलिये ऐसी जागरूकता यात्राओं के माध्यम से हजारों लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जाएगा। यह यात्रा स्टॉप थैलासीमिया अभियान के तहत निकाली जा रही है। पहले भी 800 किमी0 की थैलासीमिया जागरूकता यात्रा निकाली गई थी। जिसमें हजारो लोगों से संवाद कर जागरूक करने का प्रयास किया गया था। इसी कड़ी को आगे बढ़ाया गया है और लक्ष्य हरियाणा,पंजाब व हिमाचल प्रदेश के हजारों लोगों तक जागरूकता का संदेश फैलाने का है। यह अभियान तब तक जारी रखा जाएगा जब तक भारत देश थैलासीमिया मुक्त घोषित नही हो जाता। यात्रा में पंकज पांचाल, अभय राज, विकास पवांर, राजीव सैनी, जितेंद्र सैनी, प0 सोमप्रकाश, हर्ष सुर्यवंशी, कुलदीप रॉड, शहज, योगेस पवांर, नीरू सिंह, डॉ0 आदित्य पवांर, अमित जैन आदि शामिल रहे।