मधुमक्खी पालन- कम पैसों में कर सकते है शुरू
मधुमक्खी पालन बहुत ही सस्ता और सरल व्यवसाय है जो बहुत ही कम पैसों से शुरू किया जा सकता है।
हिसार। मधुमक्खी पालन बहुत ही सस्ता और सरल व्यवसाय है जो बहुत ही कम पैसों से शुरू किया जा सकता है।
यह एक ऐसा व्यवसाय है जिसे नवयुवक व युवतियां कोई भी आसानी से कर सकता है। इस व्यवसाय के लिए जमीन की भी विशेष रूप से कोई ज्यादा जरूरत नहीं होती है। इसलिए भूमिहीन किसान भी इसे आसानी से कर सकते है। ये विचार चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण एवं शिक्षण संस्थान में कीट विज्ञान विभाग के सहायक निदेशक डॉ. भूपेंद्र सिंह ने कहे।
डा0 सिंह संस्थान की ओर से मधुमक्खी पालन विषय पर आयोजित तीन दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित कर रहे थे। प्रशिक्षण का आयोजन विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. आर.एस. हुड्डा की देखरेख व मार्गदर्शन में किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि मधुमक्खी पालन से हमें न केवल शहद बल्कि दूसरे पदार्थ जैसे मोम, प्रोपोलिस, पराग, रॉयल जैली तथा मौन विष भी मिलते है जिनसे मधुमक्खी पालक अतिरिक्त आय ले सकते है। संस्थान के सह-निदेशक डॉ. अशोक गोदारा ने प्रशिक्षणार्थियों से आह्वान किया कि प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान से वे लघु स्तर पर मधुमक्खी पालन व्यवसाय शुरू करके अपनी आय में वृद्धि कर सकते है।
डॉ. तरूण वर्मा ने बताया कि मधुमक्खी पालन शुरू करने के लिए अक्तूबर-नवम्बर का महीना सबसे सही समय है। उन्होंने प्रतिभागियों को मधुमक्खी पालन के लिए जरूरी उपकरणों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी।
डॉ. सुरेन्द्र ने बताया कि मधुमक्खी पालन से हमें शहद तो मिलता ही है लेकिन इसके अलावा मधुमक्खियां परागण क्रिया द्वारा फसलों की पैदावार को भी कई गुणा बढ़ाकर किसनों को अप्रत्यक्ष रूप से लाभ पहुंचाती हैं। डॉ. दलीप ने बताया कि जब मधुमक्खियों की संख्या कम हो जाती है तो दो डिब्बों को मिलाकर एक डिब्बा बना सकते हैं। डॉ. सुनाता यादव ने शहद निकालने की विधि व शहद के परीरक्षण के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने मधुमक्खियों को नुकसान पहुंचाने वाले कीट व बीमारियों तथा उनकी रोकथाम के बारे में विस्तार से बताया। डॉ. निर्मल कुमार ने शहद को अच्छे दाम पर बेचने के गुर सिखाए। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जिलों सहित अन्य प्रदेशों के 40 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।