विपक्ष के दखल का असर- अग्निपथ योजना में हो सकते हैं बदलाव
सांसद राहुल गांधी द्वारा कहा जा रहा है कि गठबंधन की सरकार आने पर अग्निवीर योजना को कूड़े में फेंक दिया जाएगा।
नई दिल्ली। केंद्र की नरेंद्र मोदी पार्ट-2 सरकार की ओर से भारतीय सैन्य सेवाओं में युवाओं की भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना में बदलाव किए जा सकते हैं? जानकारी मिल रही है कि सेना द्वारा एक आंतरिक सर्वे कराया जा रहा है, जिसमें अग्निवीरों से जुड़े सवाल पूछे जा रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी की अगवाई वाली केंद्र की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पार्ट- 2 सरकार की ओर से भारतीय सैन्य सेवाओं में युवाओं की भर्ती के लिए बड़े ताम-झाम के साथ लाई गई अग्निपथ योजना में कुछ बदलाव किए जाने की जानकारी मिल रही है? हालांकि योजना में बदलाव को लेकर अभी केंद्र सरकार अथवा सेना की ओर से आधिकारिक तौर पर अभी कुछ नहीं कहा गया है।
परंतु खबरें मिल रही है कि सेना द्वारा केवल चार साल की अग्निवीर योजना को लेकर एक आंतरिक सर्वे कराया जा रहा है, जिसमें अग्निवीर योजना से जुड़े सवाल पूछे जा रहे हैं।सेना का कहना है कि इस सर्वे का मकसद भर्ती प्रक्रिया पर योजना के असर को जानना है। संभावनाएं जताई गई है की सेना द्वारा कराया जा रहा यह आंतरिक सर्वे इस महीने के अंत तक पूरा हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय सैन्य सेवाओं में युवाओं की भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना को लेकर विपक्ष द्वारा शुरू से ही सवाल उठाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं योजना के आने के बाद युवाओं द्वारा भी जगह-जगह प्रदर्शन करते हुए अग्निवीर योजना का विरोध किया गया था। मौजूदा समय में हो रहे लोकसभा चुनाव- 2024 के अंतर्गत कांग्रेस द्वारा आयोजित चुनावी सभा में सांसद राहुल गांधी द्वारा कहा जा रहा है कि गठबंधन की सरकार आने पर अग्निवीर योजना को कूड़े में फेंक दिया जाएगा।