स्वामी प्रसाद मौर्य ने अब साधु, संत और महंत को बताया भेड़िया

सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य स्वयं को चर्चाओं में बनाए रखने के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं

Update: 2023-01-28 06:23 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य स्वयं को चर्चाओं में बनाए रखने के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं‌। नए बयान में उन्होंने रामचरितमानस पर प्रतिबंध लगाने के अपने बयान को आदिवासियों, दलितों एवं पिछड़ों के सम्मान से जोड़ते हुए साधु, संत एवं महंत को धर्म की चादर में छुपे भेड़िए बताया है और इनसे दूरी बनाकर रखने की बात कही है।

शनिवार को टि्वटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने अब रामचरितमानस पर प्रतिबंध लगाने के बयान के मामले में खुद का बचाव करते हुए अपने इस बयान को अब देश की महिलाओं, आदिवासियों, दलितों एवं पिछड़ों के सम्मान से जोड़ते हुए कहा है कि मेरे इस बयान से मानो भूचाल आ गया है। एक-एक करके संतो, महंतों धर्माचार्यों का असली चेहरा अब बाहर आने लगा है और यह लोग मेरा सिर, नाक, कान काटने की बात कहने पर उतर आए हैं।

सपा एमएलसी यहीं पर ही नहीं रुके बल्कि उन्होंने लिखा है कि मुंह में राम बगल में छुरी, धर्म की चादर में छिपे भेड़ियों से बनाओ दूरी। उल्लेखनीय है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदू समुदाय के धार्मिक ग्रंथ श्रीरामचरितमानस पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठाई थी। उनके इस बयान को लेकर जब देशभर में उनके खिलाफ आवाज बुलंद होने लगी तो उन्होंने अपने इस बयान को श्रीरामचरितमानस के केवल एक छंद से जुड़ा होना बताया था। इसके बाद भी जब स्वामी प्रसाद मौर्य के प्रति लोगों का रोष कम नहीं हुआ तो उन्होंने आज अपने इस बयान को देश की महिलाओं, आदिवासियों, दलितों एवं पिछड़ों के सम्मान से जोड़ने का प्रयास किया है।

Tags:    

Similar News