आए चौकाने वाले आंकड़े- मान्यता के मुकाबले फर्जी मदरसों की भरमार

अभी आधा दर्जन मदरसे ऐसे भी है जिनका सर्वे होना अभी बाकी है।

Update: 2022-10-15 09:58 GMT

मुजफ्फरनगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर किए जा रहे जनपद के मदरसों के सर्वे के चौकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। जनपद में संचालित किए जा रहे मदरसों में गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की संख्या मान्यता प्राप्त मदरसों के मुकाबले कहीं अधिक है। जबकि आधा दर्जन मदरसों के सर्वे अभी होना बाकी है।

शनिवार को जनपद में संचालित किए जा रहे मदरसों की मान्यता के संबंध में मिल रहे आंकड़े अत्यधिक चौंकाने वाले हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शिक्षा विभाग व अन्य अधिकारियों द्वारा जनपद के मदरसों के संबंध में किए गए सर्वे के आंकड़े अच्छे खासे चौकाने वाले सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि जनपद भर में 334 मदरसों का संचालन किया जा रहा है। अधिकारियों द्वारा किए गए सर्वे में 214 मदरसे गैर मान्यता प्राप्त पाए गए हैं। यानी इन मदरसों का किसी से परमिशन लिए बगैर जनपद में संचालन किया जा रहा है।

जहां तक मान्यता प्राप्त मदरसों के आंकड़ों की बात है तो उसमें केवल 114 मदरसे ही ऐसे हैं, जिनकी विधिवत कागजातों की पूर्ति करते हुए मान्यता हासिल की गई है। अभी आधा दर्जन मदरसे ऐसे भी है जिनका सर्वे होना अभी बाकी है।

उल्लेखनीय है कि जनपद में गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के सर्वे का काम पिछले दिनों आरंभ किया गया था। एसडीएम सदर परमानंद झा समेत सभी उपजिलाधिकारियों को अपने इलाके के गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के सर्वे की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रशासन की ओर से उप जिलाधिकारियों की निगरानी में गठित गई की गई टीमों ने जनपद के विभिन्न स्थानों पर पहुंचकर मदरसों के सर्वे को अंजाम दिया है।

जिले में गैर मान्यता प्राप्त मदरसों को चिन्हित करने के लिए प्रत्येक तहसील में एसडीएम की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई है। जिनके द्वारा तहसील स्तर पर मदरसों की संख्या की जानकारी एकत्र की गई है। जिले की सभी कमेटियों में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को रखा गया है।

एसडीएम सदर परमानंद झा की अगुवाई में तहसील क्षेत्र के लेखपाल आदि की मदद से कमेटी द्वारा गैर मान्यता प्राप्त मदरसों को चिन्हित करने का काम किया गया है।

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