रेड्डी ने अधिकारियों से सौर ऊर्जा उत्पन्न करने का निर्देश दिया
उन्होंने सुझाव दिया कि वन भूमि का उपयोग सौर ऊर्जा के लिए भी किया जा सकता है।
हैदराबाद। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने संबंधित अधिकारियों को राज्य में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए बिजली उत्पादन के लिए आवश्यक उपाय करने का निर्देश दिया है। रेड्डी ने बुधवार रात यहां कहा, ''विभिन्न विभागों के स्वामित्व वाली सभी खाली पड़ी भूमि, जिसका उपयोग नहीं किया जा रहा है पर सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।''
उन्होंने कहा कि कृषक समुदाय को निःशुल्क सौर पंप सेट वितरित करके किसानों को सौर ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए प्रोत्साहित करने के उपाय किए जाने चाहिए। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को कोंडा रेड्डी गांव में एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने का आदेश देते हुए अधिकारियों से किसानों को सौर पंप सेटों से अधिशेष बिजली से आय उत्पन्न करने में मदद करने के लिए योजनाओं की परिकल्पना करने को कहा।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से महिला समूहों को प्रशिक्षण देने और उन्हें सौर सिलेंडर व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए भी निर्देश दिया। उन्होंने सुझाव दिया कि वन भूमि का उपयोग सौर ऊर्जा के लिए भी किया जा सकता है।
उन्होंने हर साल 40 हजार मेगावाट बिजली उपलब्ध कराने का निर्देश देते हुए अधिकारियों से अतिरिक्त व्यय को कम करने के लिए उचित योजना बनाने निर्देश दिया। श्री रेड्डी ने कहा कि ओवरलोड की समस्या का स्थाई समाधान निकालें और निर्बाध विद्युत आपूर्ति को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं के बीच 24 घंटे गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति का विश्वास पैदा करें और सुनिश्चित करें कि उपभोक्ताओं को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े।
उन्होंने कहा कि तेलंगाना राज्य भविष्य में सबसे अधिक मांग वाले 'बिजनेस हब' के रूप में उभरेगा और भविष्य की मांगों को पूरा करने के लिए पर्याप्त बिजली उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रौद्योगिकी (आईटी) और उद्योग विभाग के समन्वय से एक कार्य योजना तैयार करेगी और सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने के लिए भी कदम उठाए जाएंगे।