भाजपा सरकार के मंत्री चाहते हैं महिलाएं पैदा करें धड़ाधड़ बच्चे
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि आधुनिकता की चपेट में आई महिलाएं अविवाहित रहना चाहती है
नई दिल्ली। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि आधुनिकता की चपेट में आई महिलाएं अविवाहित रहना चाहती है। यदि उनकी शादी हो भी जाए तो वह बच्चे पैदा करने से बचती हैं और वह सरोगेसी के माध्यम से बच्चे की चाहत पूरी करना चाहती है। उन्होंने इस चलन को पूरी तरह से गलत बताया है।
रविवार को कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर के. सुधाकर ने नेशनल इंस्टीट्यूट आफ मेंटल हेल्थ न्यूरोलॉजिकल साइंसेज परिसर में वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा है कि मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि भारत में बहुत सी महिलाएं आधुनिकता की चपेट में आकर अविवाहित रहना चाहती है। उन्होंने कहा कि यदि महिलाओं की शादी हो भी जाए तो वह बच्चों को जन्म देना नहीं चाहती है। उनकी कोशिश रहती है कि सरोगेसी के माध्यम से उनकी बच्चे की चाहत पूरी हो जाए। आधुनिकता के चलते हमारी सोच में आ रहा यह बदलाव किसी भी दशा में ठीक नहीं है। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने भारतीय समाज पर पश्चिमी प्रभाव को दोषी ठहराते हुए कहा है कि आजकल के लोग किसी भी तरह की रोकटोक से बचने के लिये अपने माता पिता को अपने साथ नहीं रखना चाहते हैं। दुर्भाग्य से हम आज पश्चिमी सभ्यता के रास्ते पर चल रहे हैं। हम नहीं चाहते हैं कि माता पिता हमारे साथ रहे। दादा दादी का साथ रहना तो भूल ही जाओ। भारत में मानसिक स्वास्थ्य पर चिंता जाहिर करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि हर सांस में भारतीय के साथ मानसिक समस्या खड़ी हो रही है जो कि कम, मध्यम या गंभीर हो सकती है।