छात्रों के प्रदर्शन से हिली सरकार- उग्र छात्रों को रोकने को बुलाई सेना
प्रदर्शन से निपटने के लिए सरकार को एक बार फिर से सेना की मदद लेनी पड़ रही है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री शेख हसीना सरकार के तख्ता पलट के बाद कहर ढा रहे इस्लामी चरम पंथियों के विरोध में स्टूडेंट द्वारा शुरू किए गए प्रदर्शन से यूनुस सरकार बुरी तरह से हिल गई है। प्रदर्शनकारी छात्रों के उग्र हो जाने की वजह से सेना को बुलाना पड़ा है।
बुधवार को बांग्लादेश में एक बार फिर हालत बिगड़ते दिखाई दे रहे हैं। बांग्लादेश की राजधानी में स्टूडेंट द्वारा शुरू किया गया प्रदर्शन उग्र हो गया है। इस्लामिक चरम पंथियों के खिलाफ शुरू किए गए प्रदर्शन से निपटने के लिए सरकार को एक बार फिर से सेना की मदद लेनी पड़ रही है।
बुधवार को बांग्लादेश की मोहम्मद यूनिस की अंतरिम सरकार के लिए राजधानी की कानून व्यवस्था को बनाए रखना एक बड़ी चुनौती बन गई है। ढाका में प्रदर्शन करने के लिए सड़क पर उतरे छात्रों पर कालेजों को निशाना बनाने का आरोप है, जिसके जवाब में सेना को तैनात किया गया है।
इसी साल के अगस्त महीने में शेख हसीना सरकार के तख्ता पलट के बाद अंतिम सरकार के कार्यभार संभालने के बाद से बांग्लादेश में कानून व्यवस्था के हालात तेजी के साथ बिगड़े हैं।
देश में इस्लामी चरमपंथियों द्वारा खुलेआम शुरू की गई गुंडागर्दी के बाद आम लोगों के बीच उत्पन्न हुए डर के माहौल को लेकर स्टूडेंट की ओर से आंदोलन शुरू किया गया है। इससे पहले बांग्लादेश में हिंदुओं और पुलिस के बीच झड़प होने की खबरें भी सामने आई थी।