सिर मुंडाते ही पडे ओले- खतरे में पड़ी चेयरमैन की कुर्सी- फर्जीवाड़ा...
जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने एक कमेटी बनाकर फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
खतौली। शहरी सरकार के गठन के लिए हाल ही में संपन्न हुए नगर निकाय चुनाव में नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए चेयरमैन के साथ सिर मुंडाते ही ओले पड़ने वाली बात हो गई है। पूर्व चेयरमैन ने गठबंधन प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े नवनिर्वाचित चेयरमैन पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र के सहारे इलेक्शन लड़ने का आरोप लगाया है।
नगर पालिका परिषद खतौली के चेयरमैन रहे पारस जैन ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता का आयोजन कर मीडिया कर्मियों के सामने नगर निकाय चुनाव में नगर पालिका परिषद खतौली के चेयरमैन निर्वाचित हुए हाजी शाहनवाज लालू के पिता और दादा के जमीन के बेनामें तथा अन्य कागजात पेश करते हुए चेयरमैन निर्वाचित हुए हाजी शाहनवाज लालू पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र के सहारे इलेक्शन लड़ने का आरोप लगाया है।
पूर्व चेयरमैन का दावा है कि पालिका अध्यक्ष निर्वाचित हुए हाजी शाहनवाज लालू शेख जाति से ताल्लुक रखते हैं, लेकिन उन्होंने खतौली पालिका परिषद अध्यक्ष सीट पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित होने के बाद कलाल जाति का प्रमाण पत्र बनवाते हुए नगर निकाय का इलेक्शन लड़ा है। पूर्व चेयरमैन पारस जैन मौजूदा चेयरमैन के जाति प्रमाण पत्र फर्जी होने के साक्ष्यों सहित एक शिकायती पत्र जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी को सौंपा है। पूर्व चेयरमैन की शिकायत का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने एक कमेटी बनाकर फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
जिलाधिकारी द्वारा जाति प्रमाण पत्र मामले की जांच के आदेश दिए जाने के बाद हाजी शाहनवाज लालू की चेयरमैनी पर अब खतरे की तलवार लटक गई है। जानकारों का मानना है कि यदि पूर्व चेयरमैन की ओर से किए गए दावों के मुताबिक निर्वाचित हुए चेयरमैन का जाति प्रमाण पत्र फर्जी साबित हो जाता है तो निश्चित तौर पर उनके निर्वाचन को अवैध घोषित किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार में कद्दावर मंत्री रहे मोहम्मद आजम खान के पुत्र अब्दुल्ला आजम भी दो जन्म प्रमाण पत्र मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।