सड़क नहीं होने के चलते गर्भवती को झोली में डाल कर ले गए

महिला को कुछ परेशानियां थीं, लेकिन आज तड़के उसका सामान्य प्रसव करा दिया गया। जच्चा बच्चा दोनों पूर्णरूपेण स्वस्थ हैं।

Update: 2021-07-23 06:42 GMT

बड़वानी। मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के पानसेमल विकासखंड के अधीन ग्राम खामघाट से रानी काजल तक सड़क नहीं होने के चलते आठ किलोमीटर दूर झोली में डालकर ले जाई गई गर्भवती महिला ने आज तड़के कन्या को जन्म दिया।

पानसेमल के विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ अरविंद किराड़े ने बताया कि खामघाट की 20 वर्षीय गर्भवती महिला सुनीता के स्वास्थ्य की निगरानी लगातार की जा रही थी। कल शाम आशा कार्यकर्ता संगीता फ़ाटिया रावत ने उन्हें समझाइश देकर पानसेमल स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य सेंटर ले जाने की सलाह दी और 108 को फोन लगाया।

उन्होंने बताया कि खामघाट से रानी काजल तक 8 किलोमीटर की रोड नहीं होने के चलते उसे आशा कार्यकर्ता संगीता तथा बीसीएम मनीष चौहान के साथ सुरक्षित झोली में लेकर वहां तक लाया गया। इसके पश्चात रानीकाजल पर खड़ी 108 में वहां से 20 किलोमीटर दूर पानसेमल स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाया गया।

उन्होंने बताया कि महिला को कुछ परेशानियां थीं, लेकिन आज तड़के उसका सामान्य प्रसव करा दिया गया। जच्चा बच्चा दोनों पूर्णरूपेण स्वस्थ हैं।

खामघाट के पटेल राम सिंह रावत ने बताया कि सड़क नहीं होने के चलते प्रतिवर्ष कई गर्भवती महिलाओं और बीमार लोगों को झोली में डालकर ही लाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि इस दौरान कई लोगों को जान भी गंवानी पड़ जाती है।

उन्होंने कहा कि विगत कई वर्षों में कई जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन दिए गए हैं, लेकिन सड़क की समस्या का निराकरण नहीं हुआ। पानसेमल के एसडीएम एस एस मुजाल्दा ने बताया कि इस सड़क के लिए वन विभाग का अनापत्ति प्रमाणपत्र आवश्यक है और वह इसके लिए पुनः एक पत्र लिख रहे हैं।

वार्ता




 




 


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