DRDO ने शुरू किया अस्थाई कोविड अस्पताल-CM ने किया शुभारंभ

कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए डीआरडीओ द्वारा बनाया गया कोविड-19 अस्पताल आरंभ हो गया है

Update: 2021-05-05 09:48 GMT

लखनऊ। कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए डीआरडीओ द्वारा बनाया गया कोविड-19 अस्पताल आरंभ हो गया है। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अवध शिल्पग्राम में बने 505 बेड वाले अटल बिहारी वाजपेई कोविड-19 अस्पताल का शुभारंभ किया। डीआरडीओ द्वारा बनाए गए अस्थाई अस्पताल की फिलहाल 250 बेड के साथ शुरुआत की गई है। इनमें 150 आईसीयू तथा सौ बेड आइसोलेशन वार्ड के तहत बनाए गए हैं। अगले 3 दिनों के भीतर अस्थाई अस्पताल में मौजूद सभी बेड का इस्तेमाल शुरू हो जाएगा।

बुधवार को राजधानी लखनऊ में अस्थाई कोविड-19 अस्पताल का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश सरकार लगातार कोरोना संक्रमण की महामारी से निपटने के लिए अपनी क्षमता को बढ़ाते हुए लोगों को सुविधाएं देने का प्रयास कर रही है। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सहयोग से लखनऊ में डीआरडीओ का यह अस्पताल लखनऊ और प्रदेश के अन्य लोगों को भारी राहत देगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य सरकार की ओर से गांव में आज से विशेष अभियान की शुरुआत की गई है। पंचायत चुनाव का काम खत्म हो गया है। अब गांव में कोरोना का संक्रमण ना बढे, इसके लिए हर ग्राम पंचायत में निगरानी समितियां बनाई गई हैं। सभी को थर्मामीटर, ऑक्सीमीटर और अन्य जरूरी उपकरण दिए गए हैं। कोरोना के लक्षण पाए जाते ही समिति संबंधित का एंटीजन टेस्ट कराएगी। आवश्यकता पड़ने पर आरटीपीआर जांच और कम्युनिटी सेंटर बनाने व होम आइसोलेशन वाले मरीजों को दवाइयों की किट दी जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में अप्रैल से 3.09 लाख तक सक्रिय कोरोना संक्रमण के मामले पहुंच गए थे, जो अब 2.62 लाख तक आ गये है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की तेज होती रफ्तार को थामने के लिये कोरोना वारियर्स, समाजसेवी संगठन मिलकर काम करेंगे, अच्छे परिणाम आएंगे। केंद्र सरकार कई और प्लांट से ऑक्सीजन उपलब्ध करा रही है। कल तक प्रदेश को 783 मीट्रिक टन आपूर्ति हुई है। वायुसेना और रेलवे के माध्यम से हम ऑक्सीजन ला रहे है। ऑक्सीजन की आपूर्ति के साथ ही वह व्यर्थ न हो। इसके लिये सरकार ने ऑक्सीजन ऑडिट की व्यवस्था बनाई है। आईआईटी कानपुर, आईआईएम लखनऊ सहित सात संस्था अलग अलग जिलों में ऑडिट कर रही हैं। वहां कितने बेड है मौजूदा संसाधन की उपलब्धता का ऑडिट हो रहा है। सबको धैर्य व संवेदना साथ लगना पड़ेगा।

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