तीमारदारों से विवाद- इमरजेंसी में मरीज के साथ केवल एक तीमारदार की एंट्री
मेडिकल प्रबंधन ने इमरजेंसी में एक मरीज के साथ केवल एक तीमारदार की एंट्री की व्यवस्था लागू की है।
मेरठ। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच मेडिकल कॉलेज में उत्पन्न हो रही तीमारदारों व चिकित्सकों के विवाद की स्थिति को थामने के लिए मेडिकल प्रबंधन ने इमरजेंसी में एक मरीज के साथ केवल एक तीमारदार की एंट्री की व्यवस्था लागू की है। जिसके चलते फर्श पर डेरा जमाए पड़े मरीजों के तीमारदारों को सुरक्षाकर्मियों की सहायता से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
मंगलवार को महानगर के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि पिछले काफी समय से मेडिकल में आए दिन मरीजों के साथ आए तीमारदारों द्वारा चिकित्सकों के साथ दुर्व्यवहार किए जाने के मामले सामने आ रहे थे। जिसके चलते इमरजेंसी वार्ड में सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है। इसी के साथ इमरजेंसी वार्ड में एक मरीज के साथ सिर्फ एक तीमारदार को रहने की अनुमति दी जा रही है। उन्होंने बताया कि अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई। मंगलवार लागू की गई इस नई व्यवस्था के साथ ही वहां के हालात बदले हुए नजर आए हैं। सुरक्षाकर्मियों ने इमरजेंसी वार्ड में फर्श पर चादर बिछाकर पड़े मरीजों के कई कई तीमारदारों को वार्ड से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इसके बाद इमरजेंसी में साफ-सफाई भी नजर आई और व्यवस्थाएं भी पहले से काफी सुधरी हुई दिखाई दी है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि जिला अस्पताल की इमरजेंसी में लगभग 100 बेड़ हैं। जिन पर संदिग्ध कोविड-19 मरीजों समेत अन्य मरीजों का उपचार किया जा रहा है।