मिड डे मील में अब परोसा जाएगा चिकन- योजना को लेकर मचा बवाल
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बीच मिड डे मील के दौरान बच्चों को दिए जाने वाले खाने के मैन्यू को लेकर इस कदर तकरार हो गई
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी और पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बीच मिड डे मील के दौरान बच्चों को दिए जाने वाले खाने के मैन्यू को लेकर इस कदर तकरार हो गई है कि बीजेपी ने सरकार की योजना को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
दरअसल पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार की ओर से की गई घोषणा के मुताबिक सरकार द्वारा चलाए जाने वाले स्कूलों में जनवरी महीने से लेकर अप्रैल माह तक बच्चों को दिए जाने वाले मिड डे मील के अंतर्गत चिकन परोसा जाएगा। साथ ही उन्हें मौसम के हिसाब से खाने के लिए फल भी दिए जाएंगे। सरकार की इस योजना को लेकर विपक्ष का आरोप है कि राज्य में होने वाले पंचायत चुनाव को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से बच्चों के मिड डे मील मेंन्यू में तब्दीली का यह फैसला लिया गया है। पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु की ओर से कहा गया है कि फंड की कमी की वजह से इसे फिलहाल सिर्फ 4 महीनों के लिए चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि अगर यह साल भर मिलता तो और खुशी की बात होती। लेकिन इसके लिए अत्यधिक फंड की आवश्यकता है। दुर्भाग्य से हमारे पास इतना धन नहीं है। उधर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने सरकार की इस योजना को पूरी तरह से सियासी करार दिया है। बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने कहा है कि पश्चिम बंगाल की सरकार को अचानक मिड डे मील में चिकन और फल परोसे जाने कि आखिर आवश्यकता क्यों महसूस हुई है? सरकार की योजना का सीधा सा मतलब है कि ममता बनर्जी को पंचायत चुनाव में अपनी पार्टी की स्थिति ठीक नहीं लग रही है।