केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की भर्ती में NCC सर्टिफिकेट धारकों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार का अभूतपूर्व निर्णय
भारत सरकार देश के सभी राज्यों से अनुरोध करेगी कि राज्य पुलिस की सीधी भर्ती में वह भी एनसीसी सर्टिफिकेट धारकों को उचित प्रोत्साहन प्रदान करें ।
केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की आगामी उप निरीक्षक एवं कॉन्स्टेबल (जी.डी.) पद पर सीधी नियुक्ति भर्ती परीक्षा में एनसीसी सर्टिफिकेट के आधार पर अतिरिक्त अंक देने का प्रावधान लागू होगा ।
नई दिल्ली । देश की युवा शक्ति को एनसीसी के प्रति जागरूक करने और इसमें सहभागिता बढ़ाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को साकार करने की दिशा में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक अभूतपूर्व निर्णय करते हुए सैन्य बलों की तरह एनसीसी सर्टिफिकेट धारकों को केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में भर्ती की लिखित परीक्षा में उनके सर्टिफिकेट के आधार पर बोनस/अतिरिक्त अंक देने का निम्नानुसार प्रावधान किया है।
· NCC- C Certificate धारक को परीक्षा के अधिकतम अंकों का 5% अंक बोनस/अतिरिक्त अंक के रूप में दिया जायेगा।
· NCC- B Certificate धारक को परीक्षा के अधिकतम अंकों का 3% अंक बोनस/अतिरिक्त अंक के रूप में दिया जायेगा।
· NCC- A Certificate धारक को परीक्षा के अधिकतम अंकों का 2% अंक बोनस/अतिरिक्त अंक के रूप में दिया जायेगा।
यह बोनस अंक केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की आगामी उप निरीक्षक एवं कॉन्सटेबल (जी.डी.) पद पर सीधी नियुक्ति भर्ती परीक्षा दोनों में लागू होगा। भारत सरकार साथ ही साथ देश के सभी राज्यों से भी यह अनुरोध करेगी कि राज्य पुलिस की सीधी भर्ती में वह भी एनसीसी सर्टिफिकेट धारकों को उचित प्रोत्साहन प्रदान करें। सरकार के इस निर्णय से न केवल युवाओं को एनसीसी में सम्मिलित होने की प्रेरणा प्राप्त होगी, अपितु केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों को भी पूर्व-प्रशिक्षित एवं अनुशासित युवक मिलेंगे।
राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) एक त्रि-सेवा संगठन है जिसमें सेना, नौसेना और वायु सेना विंग शामिल हैं। राष्ट्रीय कैडेट कोर का नीति-वाक्य "एकता और अनुशासन" है और यह संगठन युवाओं को अनुशासित एवं देशभक्त नागरिक के रूप में तैयार करता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के अनुसार एनसीसी देश की युवा शक्ति में DISCIPLINE, DETERMINATION और देश के प्रति DEVOTION की भावना को मजबूत करने का बहुत सशक्त मंच है और ये भावनाएं देश के विकास के साथ सीधी-सीधी जुड़ी हैं।
राष्ट्रीय कैडेट कोर का गठन राष्ट्रीय कैडेट कोर अधिनियम, 1948 के तहत किया गया था। गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने एनसीसी कैडेट्स को कठिन परिश्रम एवं देश के प्रति समर्पित भाव से कार्य करने तथा युवा पीढ़ी को एनसीसी में आने के लिए प्रोत्साहन देने हेतु अनेक कदम उठायें हैं। एनसीसी में सेना के सेवारत अधिकारियों के द्वारा कैडेट्स को बुनियादी सैन्य और हथियार प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। उनकी दक्षता एवं निपुणता का समय-समय पर परीक्षण किया जाता है, तदोपरान्त उन्हें सर्टिफिकेट दिया जाता है।
प्रथम स्तर उत्तीर्ण करने पर "A" सर्टिफिकेट तथा द्वितीय स्तर उत्तीर्ण करने पर "B" सर्टिफिकेट दिया जाता है। कठिन प्रशिक्षण व परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उन्हें एनसीसी का उच्चतम सर्टिफिकेट "NCC- C Certificate" दिया जाता है। "B" सर्टिफिकेट प्राप्त किये कैडेट ही " C" सर्टिफिकेट के लिए योग्य होते हैं।