हर तीन किलोमीटर पर कोविड-19 से निपटने की सुविधा मौजूद: हर्षवर्धन
मंत्री हर्षवर्धन ने सदन में दो दिन में लगभग चार घंटे तक कोरोना महामारी की स्थिति और निपटने के उठाये गये
नई दिल्ली। सरकार ने गुरुवार को राज्यसभा में कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के पुख्ता इंतजाम है और देश में प्रति तीन किलोमीटर पर कोविड-19 के संक्रमण से निपटने का कोई ना कोई केंद्र है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने सदन में दो दिन में लगभग चार घंटे तक कोरोना महामारी की स्थिति और निपटने के उठाये गये कदमों पर चली चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि कोरोना महामारी से निपटने में देश में बुनियादी ढांचे का निर्माण कर लिया गया है।लगभग आठ महीने पहले देश में कोरोना वायरस से निपटने का कोई इंतजाम नहीं था लेकिन सरकार के समन्वित प्रयासों से महामारी से निपटने के लिए एक बुनियादी ढांचा तैयार कर लिया गया है।उन्होंने कहा कि मास्क, वेंटिलेटर और पीपीई बनाने के संयंत्र देश में हैं और इनमें खपत से ज्यादा माल का उत्पादन किया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए सरकार ने जो इंतजाम किए हैं, उनसे मरीजों की संख्या में कमी आयी है और मृत्यु दर कम बनी हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य कोरोना महामारी से मृत्यु दर एक प्रतिशत से भी कम पर लाना है।
डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना महामारी की शुरुआत में दुनिया भर के विशेषज्ञों ने भारत में अगस्त - सितंबर तक 30 करोड कोरोना मरीज होने और 50 - 60 लाख लाेगों की मौत होने की आशंका व्यक्त की थी। यह सरकार के प्रयास ही है जिससे यह आशंका खारिज हुई है।
उन्होंने कहा कि देश में कोरोना महामारी के इलाज की वैक्सीन बनाने का काम तीन चरणो में चल रहा है।उन्होंने स्वीकार किया कि कोरोना वायरस से निपटने में वैक्सीन आने के बाद इसके उत्पादन और वितरण में समय लगेगा इसलिए मास्क पहनने, सुरक्षित दूरी बनाने और बार-बार हाथ धोने के मानक का पालन करना चाहिए।
वार्ता