अमित शाह ने हिंदी के आधिकाधिक प्रयोग का किया आह्वान
गृहमंत्री अमित शाह ने हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कई ट्वीट करते हुए लिखा, “ हिंदी भारतीय संस्कृति का अटूट अंग है
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को हिंदी दिवस पर इसके सशक्तिकरण में योगदान देने वाले सभी महानुभावों को नमन करते हुए देशवासियों से अपनी मातृभाषा के साथ-साथ हिंदी का अधिक से अधिक प्रयोग करने का आह्वान किया है।
संविधान सभा ने 14 सितंबर 1949 को देवनागरी लिपि में लिखी हिन्दी को अंग्रेजी के साथ देश की आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकृति दी थी। इसके उपरांत देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की सरकार ने इस ऐतिहासिक दिन के महत्ता को ध्यान में रखकर प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को 'हिन्दी दिवस' के रूप में मनाने का निर्णय किया। पहला आधिकारिक हिन्दी दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाया गया था।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कई ट्वीट करते हुए लिखा, " हिंदी भारतीय संस्कृति का अटूट अंग है। स्वतंत्रता संग्राम के समय से यह राष्ट्रीय एकता और अस्मिता का प्रभावी एवं शक्तिशाली माध्यम रही है। हिंदी की सबसे बड़ी शक्ति इसकी वैज्ञानिकता, मौलिकता और सरलता है। मोदी सरकार की नयी शिक्षा नीति से हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं का समांतर विकास होगा।"
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आगे लिखा, " एक देश की पहचान उसकी सीमा व भूगोल से होती है, लेकिन उसकी सबसे बड़ी पहचान उसकी भाषा है। भारत की विभिन्न भाषाएं एवं बोलियां उसकी शक्ति भी हैं और उसकी एकता का प्रतीक भी। सांस्कृतिक और भाषाई विविधता से भरे भारत में 'हिंदी' सदियों से पूरे देश को एकता के सूत्र में पिरोने का काम कर रही है।"
एक अन्य ट्वीट में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लिखा, " आज हिंदी दिवस के अवसर पर मैं इसके सशक्तिकरण में योगदान देने वाले सभी महानुभावों को नमन करता हूँ और देशवासियों से यह आवाहन भी करता हूँ कि अपनी मातृभाषा के साथ-साथ हिंदी का अधिक से अधिक प्रयोग कर उनके संरक्षण एवं संवर्धन में अपना योगदान देने का संकल्प लें। हिंदी दिवस की शुभकामनाएं।"
वार्ता