जानिए 16 जनवरी के इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाएं......
भारतीय एवं विश्व इतिहास में 16 जनवरी की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ इस प्रकार है।
नई दिल्ली, भारतीय एवं विश्व इतिहास में 16 जनवरी की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ इस प्रकार है।
1681-महाराष्ट्र के रायगढ़ किले में छत्रपति शिवाजी के पुत्र संभाजी का भव्य राज्याभिषेक हुआ।
1761-पांडेचेरी पर से अंग्रेज़ों ने फ़्राँसीसियों का अधिकार हटा दिया।
1769-कलकत्ता (अब कोलकाता) के अकरा में पहली बार सुनियोजित घुड़दौड़ का आयोजन किया गया।
1901-भारत के प्रसिद्ध राष्ट्रवादी, समाज सुधारक, विद्वान् और न्यायविद महादेव गोविन्द रानाडे का निधन।
1920-'लीग ऑफ़ नेशंस' ने पेरिस में अपनी पहली काउंसिल मीटिंग की।
1931-भारत के 'प्रथम टेस्ट ट्यूब बेबी' के जनक चिकित्सक व वैज्ञानिक सुभाष मुखोपाध्याय का जन्म।
1938-बांग्ला भाषा के अमर कथाशिल्पी और सुप्रसिद्ध उपन्यासकार शरत चंद्र चट्टोपाध्याय का निधन।
1943-इंडोनेशिया के अंबोन द्वीप पर अमेरिकी वायुसेना का पहला हवाई हमला।
1947-विंसेंट ऑरियल फ्रांस के राष्ट्रपति चुने गये।
1955-पुणे में खड्गवासला राष्ट्रीय रक्षा अकादमी का औपचारिक रूप से उद्घाटन।
1979-'शाह ऑफ़ ईरान' सपरिवार मिस्र पहुँचे।
1989-सोवियत संघ ने मंगल ग्रह के लिए दो साल के मानव अभियान की अपनी योजना की घोषणा की।
1991-'पहला खाड़ी युद्ध' अमेरिका की इराक के ख़िलाफ़ सैन्य कार्रवाई शुरू।
1992-भारत एवं ब्रिटेन के बीच प्रत्यर्पण संधि।
1996-हब्बल अंतरिक्ष दूरबीन के वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में 100 से अधिक नये आकाशगंगा को खोज निकालने का दावा किया।
1999-भारत के अनिल सूद विश्व बैंक के उपाध्यक्ष बने
2000-चीन सरकार ने दो वर्षीय तिब्बती बालक को 'साकार बुद्ध' के पुरावतार के रूप में मान्यता प्रदान की।
2001-भारतीय तैराक श्रीहरि नटराज का जन्म।
2003-भारतीय मूल की कल्पना चावला दूसरी अंतरिक्ष यात्रा पर रवाना।
2005-जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख अज़हर पर शिंकजा कसने के लिए एफ़.बी.आई. ने भारत से मदद मांगी।
2008-सेतुसमुद्रम परियोजना पर योजना का मसौदा पेश करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय ने केन्द्र सरकार को दो हफ्ते का समय दिया।
2009-उत्तर प्रदेश को हराकर मुम्बई ने रिकार्ड 38वीं बार रणजी चैम्पियनशिप जीती।
2013-सीरिया के इदलिब में बम धमाकों में 24 लोगों की मौत।
2020-केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने गुजरात के सूरत में स्थित हजीरा लार्सन एंड टुब्रो आर्मर्ड सिस्टम कॉम्प्लेक्स में 51वीं के-9 वज्र-टी तोप को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।