सीएम आवास पर हुआ वीर बाल दिवस का आयोजन - योगी ने बताया सिखों का इतिहास
मुख्यमंत्री आवास पांच कालिदास पर वीर बाल दिवस (साहिबजादा दिवस) के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
लखनऊ। मुख्यमंत्री आवास पांच कालिदास पर वीर बाल दिवस (साहिबजादा दिवस) के मौके पर योगी सरकार के मंत्री बलदेव सिंह औलख द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
गौरतलब है कि 26 दिसंबर को राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास पांच कालिदास पर गुरु श्री गोविंद सिंह के चार साहिबजादे बाबा अजीत सिंह, बाबा जोरावर सिंह, बाबा जुझार सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत को लेकर वीर बाल दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिखों के गौरवशाली इतिहास को बताते हुए कहा कि सिख समुदाय ने विपरीत परिस्थितियों में भी अपनी परंपरा को आज तक सुरक्षित रखा हुआ है। सिख समाज ने हमेशा देश व धर्म के लिए बलिदान करने का काम किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर कहा कि सिख गुरुओं के आदर्श हमें आगे बढ़ने की ऊर्जा देते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सेना में जाकर सिखों ने हमेशा देश के लिए खुद को समर्पित करने का काम किया है । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह वर्ष गुरु तेग बहादुर का 350 वा शहीदी वर्ष है। गुरु तेग बहादुर लखनऊ के याहियागंज गुरुद्वारा में गुरु गोविंद सिंह को लेकर आए थे। इस ऐतिहासिक परंपरा को मजबूती देने के लिए नगर निगम के साथ मिलकर गुरुद्वारे का सौंदर्यकरण करने की योजना कार्य योजना बनाई जाएगी इसके लिए सरकार धनराशि उपलब्ध कराएगी।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुछ लोग सिखों को बांटने की कोशिश करते हैं, ऐसे लोगों से सिखों को सावधान रहने की जरूरत है। सिख और हिंदू एक दूसरे के पूरक है, इन्हें लडाने वालों से हमें बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिख पंथ की शुरुआत ही देश व धर्म के लिए हुई थी। गुरु तेग बहादुर ने अपना शीश दे दिया लेकिन देश का शीश झुकने नहीं दिया इसलिए आज कश्मीर भारत का हिस्सा बना हुआ है । गुरु गोविंद सिंह ने अपनी आंखों के सामने अपने पुत्रों और पिता को बलिदान होते देखा है। इस मौके पर 11000 सहज पाठ का भी शुभारंभ किया गया तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरु तेग बहादुर के श्लोकों पर आधारित पुस्तक का विमोचन भी किया। इस मौके पर पूर्व उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, जीपीएस राठौड़, मंत्री बलदेव सिंह औलख, सहारनपुर विधायक राजीव गुम्बर , अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व सदस्य सरदार सुख दर्शन सिंह बेदी मुजफ्फरनगर आदि मौजूद रहे।