एक फोन कॉल से जब मुलायम सिंह यादव के हो गए थे चंदन चौहान

मीरापुर विधायक चंदन चौहान के जेहन में आज भी जिंदा है, जब मुलायम सिंह यादव के एक फोन कॉल ने उन्हें अपना मुरीद बना लिया था

Update: 2022-11-01 04:21 GMT

मुजफ्फरनगर। समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव भले ही दुनिया को अलविदा कर गए हों लेकिन उनसे जुड़ी यादें लोगों के जेहन में आज भी जिंदा है। ऐसा ही एक वाक्या मीरापुर से विधायक चंदन चौहान के जेहन में आज भी जिंदा है, जब मुलायम सिंह यादव के एक फोन कॉल ने उन्हें अपना मुरीद बना लिया था।

दरअसल चंदन चौहान के पिता संजय चौहान समाजवादी पार्टी के नेता के तौर पर काफी दिन काम करते रहे। समाजवादी पार्टी के टिकट पर ही स्वर्गीय संजय चौहान मुजफ्फरनगर लोकसभा का चुनाव लड़े थे और 2002 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर मोरना विधानसभा से विधायक भी बने थे। समाजवादी पार्टी में रहते स्व. मुलायम सिंह यादव और स्व.संजय चौहान के रिश्ते कितने मजबूत थे, यह बात तब पता चली जब 2 अक्टूबर 2014 को पूर्व सांसद संजय चौहान ने अपने जीवन के अंतिम सांस ली। उस समय उनके बेटे चंदन चौहान पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था। यह ख़बर फेल चुकी थी कि संजय चौहान अब इस दुनिया में नही रहे। पिता के जाने से दुखी चंदन चौहान खुद को संभाल नहीं पा रहे थे तभी संजय चौहान के निधन के 10 मिनट बाद ही चंदन चौहान के फोन पर एक फोन आता है। जहां दूसरी तरफ से हैलो के बाद मुलायम सिंह यादव ने चंदन से कहा कि मेरे संजय को क्या हो गया।


विधायक चंदन चौहान कहते हैं कि नेताजी मुलायम सिंह यादव की जब उधर से आवाज आई कि मेरे संजय को क्या हो गया तो मुझे लगा जैसे किसी मेरे दादा, मेरे संरक्षक, मेरे अभिभावक ने मुझे ढांढस बंधाया दिया है। मुझे एहसास हुआ कि कोई मेरा अपना है जो मेरे पिता को अपना मानता था। विधायक चंदन कहते हैं कि एक समय को तो मुझे लगा जैसे मेरे ऊपर से दुखों का जो पहाड़ है ,वह बहुत कम हो गया। मेरे पिता भले ही चले गए हो लेकिन एक अभिभावक, एक संरक्षक इस दुनिया में है जिसे मेरे परिवार की चिंता है। उनका कहना है कि मैंने नेता जी को अपने मन में समा लिया था और तय किया था कि नेताजी के साथ साथ ही उनके पार्टी के साथ ही जीवन को समर्पित रखूंगा।

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