बच्चों के धर्म परिवर्तन को लेकर मिशनरी स्कूल का कर दिया यह हाल..
सूचना पर दौड़ी पुलिस ने मौके पर जमा हुई भीड़ को खदेड़ा। इस मामले में पुलिस ने बलवे में मुकदमा दर्ज करते हुए 5 लोगों को हिरासत में ले लिया है।
नई दिल्ली। स्कूली बच्चो का धर्मांतरण कराने का आरोप लगाते हुए हिंदुवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मध्य प्रदेश के विदिशा में मिशनरी स्कूल पर पथराव कर दिया और स्कूल में जमकर तोड़फोड़ की। जिस समय हंगामे और तोडफोड की यह घटना हुई उस वक्त स्कूल में 12वीं कक्षा के छात्र छात्राएं परीक्षा दे रहे थे। सूचना पर दौड़ी पुलिस ने मौके पर जमा हुई भीड़ को खदेड़ा। इस मामले में पुलिस ने बलवे में मुकदमा दर्ज करते हुए 5 लोगों को हिरासत में ले लिया है।
मध्य प्रदेश के विदिशा में आधा दर्जन से भी अधिक स्कूली बच्चों का धर्मांतरण कराने का आरोप लगाते हुए हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मिशनरी स्कूल पर पथराव कर दिया और जमकर तोड़फोड़ की। विदिशा के गंज बासौदा में स्थित सेंट जोसेफ स्कूल पर विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने स्कूल प्रबंधन पर 8 बच्चों का धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाते हुए हमला बोल दिया। जिस वक्त यह घटना हुई, उस समय स्कूल में बारहवी कक्षा के छात्र छात्राओं की परीक्षा चल रही थी। हिंदू संगठनों की ओर से तोड़फोड़ किए जाने की जानकारी पाते पुलिस मौके पर पहुंची और डंडे फटकारकर वहां पर जमा हुई भीड़ को खदेडा। उधर स्कूल की ओर से धर्म परिवर्तन की बात को सिरे से खारिज कर दिया गया है और मामले को लेकर जिला अधिकारी से शिकायत की गई है।
दरअसल कथित धर्मांतरण के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की ओर से प्रदर्शन और घेराव किए जाने का एलान किया गया था। पुलिस ने हिंदू संगठनों की ओर से की गई घोषणा को मामूली समझा। जिसके चलते स्कूल पर पर्याप्त फोर्स की तैनाती नहीं की गई। प्रदर्शनकारी गेट और दीवार को फांदकर स्कूल के भीतर प्रवेश कर गए और उन्होंने भीतर रखी कुर्सियां, गमले, कार और इमारत के शीशे तोड डाले। पुलिस ने घटना के सिलसिले में बलवा की धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए पांच लोगों को हिरासत में ले लिया है। उधर बताया जा रहा है कि मिशनरी संस्थाओं की ओर से प्रदेश में हिंदू बच्चों के धर्मांतरण संबंधी विवाद का यह चौथा मामला है। इससे पहले खरगोन में धर्मांतरण के मामले में एक महिला एवं पुरुष को गिरफ्तार किया गया था। इसका वीडियो सामने आने के बाद पुलिस द्वारा यह कार्यवाही की गई थी। सामने आये वीडियो में बोल रहा व्यक्ति कह रहा था कि 22 लोगों का धर्मांतरण कराया जा चुका है।