झूठे आश्वासन के झुनझुने से किसानों को बहलाना चाहती है सरकार- अजित सिंह

किसान विरोधी तीनों कृषि बिल सरकार ने संसद में आनन-फानन में पारित किये हैं। इन्हें लेकर किसान संगठनों से कोई विचार-विमर्श नहीं किया गया

Update: 2021-01-11 14:00 GMT

नई दिल्ली। रालोद मुखिया चौ. अजित सिंह से कृषि बिलों के विरोध में राजधानी में आंदोलन कर रहे किसानों से एकजुटता बनाये रखने का आह्वान करते हुए कहा कि केंद्र सरकार झूठे आश्वासन के झूनझूने से आंदोलनकारी किसानों को बहलाना चाहती है। 

सोमवार को राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह ने एक बयान जारी कर सभी किसानों से मौजूदा किसान आन्दोलन में एकजुटता बनाये रखने का आह्वान किया। चौधरी अजित सिंह ने कहा कि किसान विरोधी तीनों कृषि बिल सरकार ने संसद में आनन-फानन में पारित किये हैं। इन्हें लेकर किसान संगठनों से कोई विचार - विमर्श नहीं किया गया, न ही उन्हें विश्वास में लिया गया। आज जब किसान संगठन इन बिलों को निरस्त कर, सभी पक्षों से विचार-विमर्श कर , नया बिल लाने की बात कर रहे हैं, तो ऐसा क्या है, जो सरकार को किसानों की मांग मानने से रोक रहा है। इस दम्भी सरकार को इतना भी ख्याल नहीं है कि आज 47 दिन से भीषण शीत और पाले में हजारों किसान अपना घर - द्वार और काम - काज छोड़कर दिल्ली के द्वार पर पड़े हैं और सरकार उन्हें झूठे आश्वासनों के झुनझुने से बहलाना और बहकाना चाहती है।


चौ. अजित सिंह ने कहा कि यह किसानों के संकल्प की परीक्षा की घड़ी है। उन्हें एकजुट और अहिंसक रहते हुए अपनी मांगों पर डटे रहना है। उन्होंने किसानों को सचेत करते हुए कहा कि एक ऐसी स्थिति भी आ सकती है, जब सरकार अपने ही शरारती तत्वों से आन्दोलन में हिंसा करवा दे, किसानों को इस पर कड़ी नजर रखनी होगी। चौधरी अजित सिंह ने कहा कि किसानों का रास्ता सच्चाई का रास्ता है, विजय अन्ततः उन्हीं की होगी, क्योंकि सच को कुछ समय तक रोका तो जा सकता है किन्तु अंततः सच अपना रास्ता बना लेता है और लक्ष्य को हासिल करता है। उन्होने विश्वास जताया है कि किसान भी अपने लक्ष्य को हासिल करेंगे।

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