एफडी पूरी होने पर रुपए लेने गया तो गायब मिला दफ्तर- मोटे ब्याज..
पीड़ित किसान ने पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराते हुए फर्जीवाड़ा करने वाली कंपनी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
चंडीगढ़। खेती-बाड़ी करके जोड़ी गई रकम से कराई गई एफडी की अवधि पूरी होने पर जब किसान रुपए लेने के लिए पहुंचा तो एफडी जारी करने वाली कंपनी के दफ्तर का कोई अता पता नहीं लगा। पीड़ित किसान ने पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराते हुए फर्जीवाड़ा करने वाली कंपनी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। हिसार के सेक्टर 13 के रहने वाले दीपक ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया है कि उसके परिचित सुरेंद्र सिवाच ने बताया था कि वह अपने स्टाफ के जगदीप एवं सपना के माध्यम से फाइन फीट निधि लिमिटेड बैंक संचालित कर रहा है। उन्होंने भारत एवं हरियाणा सरकार तथा भारतीय रिजर्व बैंक से वित्तीय लेनदेन तथा जमा अवधि करने के लिए लाइसेंस ले रखा है।
उसने बताया कि उनका बैंक अन्य बैंकों से ज्यादा ब्याज जमा खाता आरडी एवं एफडी पर देता है। यदि आप उसके बैंक में एफडी कराते हैं तो आपको 12 प्रतिशत का ब्याज दिया जाएगा। मोटा ब्याज पाने के लालच में फंसे दीपक ने सुरेंद्र सिवाच द्वारा बताई गई बात पर विश्वास करते हुए खेती बाड़ी करके जोड़े गए 13.50 लख रुपए 2 वर्ष के लिए उसके बैंक में जमा कर दिए।
एफडी की अवधि पूरी होने पर जब वह विद्युत नगर स्थित दफ्तर पर रुपए लेने के लिए पहुंचा तो वहां पर बैंक का कोई दफ्तर ही नहीं मिला। नारनौंद तहसील के बुडाना गांव के रहने वाले सुरेंद्र सिवाच से जब वह संपर्क करने उसके गांव पहुंचा तो वहां पर मिले उसके चाचा जयपाल सिवाच ने बताया है कि सुरेंद्र तो अब यहां नही रहता बल्कि अपने माता-पिता के साथ राजस्थान में रहता है।काफी तलाश के बाद भी सुरेंद्र उसके हाथ नहीं लग सका है। पुलिस इस संबंध में मुकदमा दर्ज कार्यवाही में जुट गई है।