शोहदों का साहस- बहन से छेड़छाड़ के विरोध पर भाई की पीट पीटकर..
स्कूल की छुट्टी के बाद लौट रही बहन के साथ छेड़खानी किए जाने का विरोध करने पर दसवीं के छात्र की पीट पीटकर हत्या कर दी गई।
प्रयागराज। स्कूल की छुट्टी के बाद लौट रही बहन के साथ छेड़खानी किए जाने का विरोध करने पर दसवीं के छात्र की पीट पीटकर हत्या कर दी गई है। गैर समुदाय के हमलावर शोहदों ने बीच सड़क पर घेराबंदी कर भाई को जमीन पर गिराकर उस समय तक पीटा, जब तक वह मरणासन्न नहीं हो गया। तकरीबन आधा घंटे तक सड़क पर तड़पते रहे छात्र को किसी ने भी उठाने की जहमत नहीं उठाई। लोगों के केवल तमाशबीन बनकर देखते रहने की वजह से थोड़ी ही देर में छात्र की सांस थम गई। मामला गैर समुदाय से जुड़ा होने की वजह से थोड़ी ही देर में मौके पर भीड़ जमा हो गई और परिजनों ने चौराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कार्यवाही का आश्वासन दिया। मगर बात नही बनने पर कमिश्नर और जिलाधिकारी ने तकरीबन 9 घंटे बाद मौके पर पहुंचकर जाम को खुलवाया।
प्रयागराज थाना क्षेत्र के पुरादलू गांव का का रहने वाला 16 वर्षीय दसवी क्लास का छात्र सत्यम शर्मा दसवीं कक्षा की छात्रा अपनी चाची की बेटी के साथ परमानंद इंटर कॉलेज की छुट्टी होने के बाद अपने घर लौट रहा था। जैसे ही भाई बहन तुर्कपूर्वा मोहल्ले में पहुंचे तो उन्ही के स्कूल में पढ़ने और गांव में रहने वाले गैर समुदाय के छात्रों ने लड़की का हाथ पकड़ लिया और अपने साथ खींचकर ले जाने लगे। बहन के चिल्लाने पर दसवीं का छात्र सत्यम गैर समुदाय के मनचले के साथ भिड़ गया। एकराय हुए हमलावरों ने सत्यम को सड़क पर गिराकर उस समय तक पीटा जब तक वह बुरी तरह से लहूलुहान होकर मरणासन्न नहीं हो गया। मौके पर मौजूद बहन मदद के लिये चिल्लाती रही। मगर सभी तमाशबीन बनकर देखते रहे और कोई भी मदद के लिए आगे नहीं आया।
इसी बीच हमलावर धमकी देते हुए मौके से भाग निकले। तकरीबन आधे घंटे तक सड़क पर तड़पते रहे सत्यम ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। मौके पर पहुंचे परिजन सत्यम को लेकर स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। छात्र की मौत होने पर बड़ी संख्या में लोग गुस्से में उबाल खाते हुए खीरी चौराहे पर पहुंच गए और शव को चौराहे पर रखकर जाम लगा दिया। प्रदर्शन कर रहे लोग आरोपियों की गिरफ्तारी पर अड गए।
कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। लेकिन गुस्साई भीड़ जाम खोलने को तैयार नहीं हुई। एसीपी राजीव यादव एवं एसओ ने ग्रामीणों को मनाकर जाम खुलवाने का प्रयास किया। लेकिन 9 घंटे बाद तक भी जाम नहीं खुला। तकरीबन अर्धरात्रि के समय प्रयागराज पुलिस कमिश्नर रमेश शर्मा और जिलाधिकारी संजय खत्री मौके पर पहुंचे और परिजनों के साथ सड़क पर बैठ गए। आधी रात के बाद तक गुस्साए लोगों को मनाने का काम चला रहा। बाद में कमिश्नर ने आरोपियों के खिलाफ त्वरित कार्यवाही का भरोसा देकर देर रात तकरीबन 2.00 बजे जाम को खुलवाया।
एसीपी राजीव यादव का कहना है कि परिजनों ने नामजद तहरीर दी है। चार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा कायम कर लिया गया है। आरोपियों में मौजूदा प्रधान मोहम्मद यूसुफ और दूसरा मोहसिन है। चारों की तलाश की जा रही है।