खाकी पर दाग- थाने में पीट पीटकर युवक की हत्या- दरोगा समेत 8 पर केस
प्लांट के विवाद में पकड़कर पुलिस चौकी में लाए गए युवक को ऐसी थर्ड डिग्री दी गई कि पिटाई से युवक की मौत हो गई।
कानपुर। प्लांट के विवाद में पकड़कर पुलिस चौकी में लाए गए युवक को ऐसी थर्ड डिग्री दी गई कि पिटाई से युवक की मौत हो गई। परिवार के लोगों को जब इस मामले का पता चला तो रोते बिलखते हुए भारी भीड़ के साथ थाने पर पहुंचे लोगों ने आधीरात के बाद तक हंगामा किया। भीड़ का आलम यह था कि उसे नियंत्रित करने के लिए 10 थानों की पुलिस फोर्स मौके पर बुलानी पड़ी। अंततः मुकदमा दर्ज करने की बाबत टालमटोल कर रही पुलिस ने दरोगा समेत आठ लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए हंगामे को शांत कराया।
दरअसल कानपुर जनपद के बिधनू के सीढी लालू पुरवा के रहने वाले 40 वर्षीय किसान दिनेश सिंह भदोरिया ने हनुमंत विहार थाना क्षेत्र में 200 गज का प्लाट खरीद रखा है। इस प्लाट को लेकर दिनेश का प्रीति नामक महिला के साथ विवाद चल रहा था। बुधवार को जब प्लाट पर दिनेश द्वारा निर्माण कराया जा रहा था, उसी समय दो तीन व्यक्तियों को साथ लेकर मौके पर पहुंची प्रीति ने निर्माण का काम रोकने के लिए कहा।
जब काम नहीं रुका तो दोनों पक्षों के बीच कहा सुनी के बाद मारपीट हो गई। थाने पहुंची प्रीति ने इस मामले की शिकायत कर दी। जानकारी मिलते ही गल्ला मंडी चौकी इंचार्ज अशोक यादव ने प्लाट पर निर्माण कार्य कर रहे दिनेश को चौकी पर बुलाया। इस दौरान बिगड़ी हालत में दिनेश को आनंद-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने दिनेश को मृत घोषित कर दिया। दिनेश की मौत के बाद परिजनों के हाथ एक फोटो लग गई जिसमें आरोपी महिला प्रीति चौकी इंचार्ज की बराबर में कुर्सी पर बैठी हुई है और वहां पर दिनेश को खड़ा करके जलील किया जा रहा है।
यह तस्वीर सामने आने के बाद परिवार के लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और पुलिस तथा प्रीति के ऊपर दिनेश की हत्या का आरोप लगाते हुए हनुमंत विहार थाने पहुंचकर हंगामा काटना शुरु कर दिया। मामला बढ़ता देखकर डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार, एडीसीपी अंकित वर्मा एवं तीन एसीपी के अलावा 10 स्थान की फोर्स हनुमंत विहार थाने पहुंची। लेकिन वह भीड़ को काबू में नहीं रख सकी। भीड़ ने दिनेश के शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। आधी रात के बाद पुलिस ने गल्ला मंडी चौकी इंचार्ज अशोक यादव, प्लांट पर कब्जा करने वाली प्रीति वर्मा समेत पांच लोगों के खिलाफ जब हत्या का मुकदमा दर्ज किया। तब कहीं जाकर यह मामला शांत हुआ।