दरगाह हटाने के नोटिस पर बवाल- भीड़ ने गाड़ियां फूंकी- DSP समेत
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 174 लोगों को हिरासत में लिया है।
नई दिल्ली। धार्मिक स्थल को हटाने का नोटिस जारी किए जाने पर गुजरात के जूनागढ़ में भारी बवाल हो गया है। नोटिस देने के खिलाफ शुक्रवार को आधीरात के करीब सैकड़ों लोगों की भीड़ ने धर्म स्थल के पास इकट्ठा होते हुए प्रदर्शन किया और पुलिस थाने का घेराव करते हुए वहां पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। उन्मादी हुई भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान हुई झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि डीएसपी के अलावा 4 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। हिंसा की इस वारदात के सिलसिले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अभी तक 174 लोगों को गिरफ्तार किया है।
जूनागढ़ में मजेवाड़ी गेट के पास स्थित अवैध दरगाह को हटाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से नोटिस जारी किया गया था। नोटिस मिलने के बाद खफा हुई भीड़ ने धर्म स्थल के पास इकट्ठा होने के बाद वहां से गुजर रही बस पर लाठी-डंडे और पत्थर बरसा दिए, जिससे उसके शीशे टूटकर खील-खील हो गए।
पथराव और डंडे बाजी से बस के भीतर यात्रियों को चोटें आई। इसके बाद उन्मादी भीड़ ने पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ करने के बाद मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया। हिंसा पर उतारू भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने जब बल प्रयोग किया तो भीड़ ने पुलिस का मुकाबला करते हुए सोडा वाटर की बोतले फेंकने के बाद आग लगा दी। मामला बेकाबू होते देख पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। प्रशासन की ओर से अवैध रूप से निर्मित की गई दरगाह को हटाने के लिए 5 दिन का समय दिया गया था। नोटिस का कोई जवाब देने के बजाय भीड़ हिंसा पर उतरते हुए जगह जगह आगजनी करने में लग गई।
आगजनी और पत्थरबाजी की इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि डीएसपी के अलावा 4 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 174 लोगों को हिरासत में लिया है।