रावण का वध करने पर प्रोफेसर श्री राम को भेज देता जेल- FIR दर्ज
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर ने खुद ही न्यायाधीश और पुलिस का बड़ा अफसर बनते हुए विवादित बयान दिया है।
प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर ने खुद ही न्यायाधीश और पुलिस का बड़ा अफसर बनते हुए विवादित बयान दिया है। प्रोफेसर ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि यदि आज प्रभु श्री राम होते तो मैं ऋषि शंभूक का वध करने के अपराध में उन्हें आईपीसी की धारा 302 के अंतर्गत जेल भेज देता। प्रोफेसर ने भगवान श्री कृष्ण को भी कंस का वध करने के आरोप में जेल भेजने की बात कही है। प्रोफेसर की इस मर्यादित टिप्पणी के बाद विश्व हिंदू परिषद की ओर से उसके खिलाफ कर्नलगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
विश्व हिंदू परिषद की ओर से प्रयागराज के कर्नलगंज थाने में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ विक्रम कुमार के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 ए एवं 295 ए तथा आईटी एक्ट की धारा 66 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कराया गया है।
दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक खुद ही न्यायाधीश और पुलिस अफसर बने प्रोफेसर डॉ विक्रम कुमार ने अपने एक अकाउंट पर देवी देवताओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए देवताओं को जेल भेजने की बात लिखी है।
विश्व हिंदू परिषद का आरोप है कि प्रोफेसर की आपत्तिजनक टिप्पणी से लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है। प्रोफेसर के खिलाफ कार्यवाही के लिए पुलिस को एक्स पर लिखे उसके मैसेज का स्क्रीनशॉट भी सौंपा गया है।
प्रोफेसर ने अपनी मर्यादित पोस्ट में लिखा है कि यदि आज भगवान श्री राम होते तो मैं ऋषि शंभूक का वध करने के आरोप में उनका आईपीसी की धारा 302 के अंतर्गत जेल भेज देता। प्रोफेसर ने हौसला दिखाते हुए भगवान कृष्ण को भी कंस का वध करने के अपराध में जेल भिजवाने की बात कही है। आईटी एक्ट के इस बड़े मामले में पुलिस अब वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर कार्यवाही करेगी।