कोतवाल ने मौत को गले लगाया- थोड़ी देर पहले हुई थी पत्नी से बात
सफीपुर कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर ने अपने सरकारी आवास पर फांसी के फंदे पर झूलते हुए अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है।
उन्नाव। सफीपुर कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर ने अपने सरकारी आवास पर फांसी के फंदे पर झूलते हुए अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। इस मामले का उस समय पता चला जब थाना परिसर में मौजूद पुलिसकर्मियों ने खिड़की से झांक कर देखा तो कमरे की छत से उनका शव फांसी के फंदे पर झूल रहा था। 19 दिन पहले ही स्थानांतरित होकर इंस्पेक्टर कोतवाली में आए थे।
सफीपुर कोतवाली प्रभारी अशोक कुमार वर्मा का सरकारी आवास में फांसी के फंदे पर झूलता शव मिलने से विभाग में बुरी तरह से हड़कंप मच गया। थानेदार द्वारा अपनी जीवन लीला समाप्त करने के इस मामले का उस समय पता चला जब थाना परिसर में मौजूद पुलिसकर्मियों ने किसी काम से उनके कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन जब अंदर से कोई गतिविधि नहीं हुई तो उन्होंने खिड़की से झांक कर देखा, जहां कोतवाल फांसी के फंदे पर झूल रहे थे।
पुलिस कर्मियों द्वारा तुरंत पुलिस अधीक्षक को इस मामले की जानकारी दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे और घटनास्थल की छानबीन करने के बाद फांसी के फंदे पर झूल रहे इंस्पेक्टर के शव को नीचे उतरवाया। बताया जा रहा है कि तकरीबन 19 दिन पहले ही ट्रांसफर होकर कोतवाल सफीपुर में आए थे। इंस्पेक्टर बीती देर रात थाना क्षेत्र के पिखी गांव से रात्रि गश्त करने के बाद थाने पर आए थे और कुछ कामकाज निपटाने के बाद देर रात थाना परिसर में स्थित अपने सरकारी आवास में चले गए थे। आशंका है कि थोड़ी देर बाद ही उन्होंने सुसाइड कर लिया।
उधर जानकारी मिल रही है कि सुसाइड करने से पहले कोतवाल की अपनी पत्नी के साथ फोन पर बात हुई थी। कुछ देर बाद पत्नी द्वारा दोबारा फोन मिलाने पर जब इंस्पेक्टर का फोन नहीं उठा तो थाने पर ही तैनात सिपाही विक्रांत गुर्जर को स्पेक्टर की पत्नी ने फोन कर मामले की जानकारी दी। थाने से तकरीबन 10 कदम की दूरी पर स्थित सरकारी आवास पर पहुंचे सिपाही ने जब आवाज दी तो अंदर से कोई रिस्पांस नहीं मिलने पर उसने खिड़की तोड़कर अंदर देखा तो इंस्पेक्टर का शव लटक रहा था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।