डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते दरोगा रंगे हाथ गिरफ्तार- कार से रुपए बरामद
रिश्वतखोरी के मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने रिश्वतखोर दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया है।;
लखनऊ। दर्ज हुए मुकदमे से ग्राम प्रधान का नाम निकालने की ऐवज में डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेने वाले दरोगा को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। रिश्वत में ली गई नगदी भी दरोगा की गाड़ी से बरामद हो गई है। टीम ने दरोगा पर मुकदमा दर्ज करने के बाद रिश्वतखोर को जेल भेज दिया है।
एंटी करप्शन टीम की ओर से भ्रष्टाचार के मामले को लेकर की गई एक बड़ी कार्यवाही के अंतर्गत हसनगंज कोतवाली में तैनात बेचन यादव को मोहन तिराहे पर रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। छापामार कार्यवाही करने वाली विजिलेंस की टीम ने दरोगा की गाड़ी से रिश्वत में लिए गए रुपए भी बरामद कर लिए हैं।
बताया जा रहा है कि हसनगंज कोतवाली क्षेत्र के गांव के रहने वाली महिला ने 18 दिसंबर को तहरीर देकर गांव के ही बबलू गौतम, महिपाल, प्रेमचंद, सनी आशीष एवं दो अज्ञात लोगों के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने और छेड़छाड़ की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
मुकदमे की विवेचना कर रहे बेचन यादव ने इस दौरान ग्राम प्रधान अभिषेक गौतम, प्रेमचंद एवं आशीष पर छेड़छाड़ की धाराओं में बढ़ोतरी कर दी थी। इसकी चार्जशीट 23 जनवरी 2025 को सीओ दफ्तर में भेज दी गई थी।
ग्राम प्रधान के मुताबिक दरोगा बेचन यादव ने विवेचना से उसका नाम हटाने की ऐवज में डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत की डिमांड की थी। इस पर ग्राम प्रधान ने लखनऊ एंटी करप्शन टीम के पास पहुंचकर शिकायत कर दी।
शिकायत पर हरकत में आई एंटी करप्शन की टीम ने दरोगा को पकड़ने के लिए अपना जाल बिछाना शुरू कर दिया था। रिश्वतखोरी के मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने रिश्वतखोर दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया है।