गवाही से पहले ही पूर्व सरपंच के बेटे की हत्या- परिजनों में मचा कोहराम
परिवार वालों ने उसकी जान बचाने का हरसंभव प्रयास किया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया।
हिसार। चुनावी रंजिश को लेकर चल रहे मुकदमे में गवाही से पहले ही पूर्व सरपंच के बेटे की धारदार हथियार एवं लाठी डंडों से प्रहार कर निर्मम हत्या कर दी गई है। परिवार वालों ने उसकी जान बचाने का हरसंभव प्रयास किया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया।
हरियाणा के भिवानी के सिवानी उपमंडल के गांव गरवा का रहने वाला 28 वर्षीय विक्रम शनिवार की देर रात खेत में पानी लगाने के लिए अपनी कार में सवार होकर जंगल में गया था। आधी रात के बाद परिवार वालों को इस बात की सूचना मिली कि विक्रम की गाड़ी रास्ते में खड़ी हुई है।
भाग दौड़ करते हुए जब परिजन मौके पर पहुंचे तो विक्रम गंभीर रूप से घायल था और उसके लहूलुहान हुए शरीर पर कई जगह गंभीर चोटों के निशान थे। परिवार के लोग तुरंत उसे लेकर अस्पताल की तरफ दौड़े। लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया।
शादीशुदा तीन बेटियों के पिता की मौत से परिजनों में बुरी तरह से कोहराम मच गया। सूचना पर दौड़ी पुलिस ने रविवार को पोस्टमार्टम कराने के बाद उसके शव को परिजनों को सौंप दिया है।
बताया जा रहा है कि वर्ष 2019 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कुछ लड़कों का आपस में झगड़ा हुआ था। इस लड़ाई झगड़े के मुकदमे में विक्रम गवाह था। 26 अक्टूबर को अदालत में उसकी गवाही होने वाली थी। आरोप है कि इसी रंजिश के चलते प्रवीण, विकास, कृष्णा, सुमित, अक्षय तथा तीन चार अन्य लोगों ने हमला कर विक्रम को मौत के घाट उतार दिया है।