बच्चे का इलाज छोड़ डॉक्टरों ने परिजनों को पीटा- 3 सस्पेंड 5 पर FIR
इमरजेंसी वार्ड में पड़ा बच्चा दर्द से कर्राहता रहा, मगर डॉक्टर उसका इलाज करने की बजाय परिजनों के साथ मारपीट करने में...
मेरठ। जनपद के मेरठ मेडिकल कॉलेज में अंगुली कटने से घायल हुए बच्चे का इलाज कराने आए तीमारदारों को अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों ने बेरहमी के साथ दौड़ा दौड़ा कर पीटा। इमरजेंसी वार्ड में पड़ा बच्चा दर्द से कर्राहता रहा, मगर डॉक्टर उसका इलाज करने की बजाय परिजनों के साथ मारपीट करने में लग रहे। खूंखार हो चुके डॉक्टरों से जान बचाने के लिए किसी तरह परिजनों ने वहां से भाग कर अपनी जान बचाई। इस मामले में की गई कार्यवाही के अंतर्गत तीन डॉक्टर सस्पेंड कर दिए गए हैं। जबकि पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा कायम किया गया है।
दरअसल जिला मुख्यालय पर स्थित लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में सोमवार की देर रात कमलापुर में रहने वाला दीपक अपने 5 साल के बेटे कुणाल को उपचार दिलाने के लिए पहुंचा था। 5 साल के कुणाल की उंगली कट गई थी। इस दौरान दीपक के साथ उसका भाई देवेंद्र, भाभी प्रीति तथा अन्य लोग भी थे। परिजनों का आरोप है कि मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में ले जाएं गए बच्चे को काफी देर तक चिकित्सकों द्वारा उपचार नहीं दिया गया और वह इत्मीनान से खड़े होकर आपस में बातचीत करने में लगे रहे।
दर्द से बेहाल हो रहे बच्चे के हाथ से खून बहता रहा। जब डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया तो बच्चा बुरी तरह से चीखने चिल्लाने लगा। इस बात को लेकर परिजनों की जूनियर डॉक्टरों के साथ कहा सुनी हो गई।
बस फिर क्या था डॉक्टरों ने दीपक एवं देवेंद्र को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। मामला शांत कराने आई दीपक की पत्नी के साथ भी डॉक्टरों द्वारा मारपीट की गई। इस दौरान इमरजेंसी में अफरा तफरी मच गई।
कुछ लोगों ने बीच बचाव करने का प्रयास किया तो खूंखार हुए डॉक्टरों द्वारा उनके साथ भी मारपीट की गई। बच्चों के साथ आई एक महिला बेहोश हो गई थी। तीमारदार महिला को लेकर वार्ड से बाहर आए और उसे जमीन पर लिटाया। इसके बाद भी बच्चे को इलाज नहीं मिला। बाद में परिजन मेडिकल थाने पहुंचे और पुलिस को तहरीर देकर कार्यवाही किए जाने की मांग की।
थाना प्रभारी अवधेश कुमार ने बताया है कि पीड़ित परिजनों की तहरीर के आधार पर मेडिकल कॉलेज के पास जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया है। मारपीट की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी लेकिन उसे समय तक वह फरार हो चुके थे।
मामले को लेकर प्रिंसिपल डॉक्टर आरसी गुप्ता का कहना है की एक बच्चा जिसके हाथ में चोट लगी थी, परिजन उसका इलाज कराने आए थे। डॉक्टर पट्टी खोलकर देख रहे थे कि घाव कितना गहरा है। इसी दौरान दोनों पक्षों में मारपीट हो गई। उन्होंने बताया कि वायरल हो रही वीडियो के आधार पर 3 जूनियर रेजिडेंस डॉक्टर को फिलहाल सस्पेंड कर दिया गया है। गठित की गई पांच सदस्यीय समिति को तीन दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है।