मुआवजा मामले में 50 हजार की रिश्वत मांग रहा घूसखोर लेखपाल सस्पेंड

एसडीएम ने रजिस्ट्रार कानूनगो को इस मामले से जुड़ी पत्रावली जांच अधिकारी को उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया है।

Update: 2022-11-02 10:43 GMT

सोनभद्र। कनहर सिंचाई परियोजना के अंतर्गत विस्थापितो को दिए जाने वाले मुआवजे में 50000 रूपये की रिश्वत डकारने की कोशिश कर रहे लेखपाल को एसडीएम द्वारा कराई गई जांच के बाद सस्पेंड कर दिया गया है। घूसखोर लेखपाल के खिलाफ निलंबन की इस कार्यवाही से भ्रष्टाचार में लिप्त अफसरों एवं तहसील कर्मियों में हड़कंप मच गया है।

बुधवार को उप जिलाधिकारी दुद्धी शैलेंद्र मिश्रा द्वारा की गई एक बड़ी कार्रवाई के अंतर्गत तहसीलदार की रिपोर्ट के आधार पर सुंदरी गांव के लेखपाल अरुण कुमार कनौजिया को सस्पेंड कर दिया है। इस मामले की जांच तहसीलदार ओबरा को सौंपते हुए एसडीएम ने उन्हें 15 दिन के भीतर जांच रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं।

एसडीएम ने रजिस्ट्रार कानूनगो को इस मामले से जुड़ी पत्रावली जांच अधिकारी को उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया है। दरअसल उप जिला अधिकारी शैलेंद्र मिश्रा के पास पिछले सप्ताह एक ऑडियो पहुंचा था, जिसमें सुंदरी क्षेत्र के लेखपाल अरुण कुमार कनौजिया को किसी रिजवान नामक व्यक्ति से बात किए जाने का दावा किया जा रहा है। लेखपाल द्वारा कथित रिजवान को बताया जा रहा है कि बाहरी व्यक्ति के लिए विस्थापन का लाभ देने में 50000 रूपये से ऊपर में ही काम हो रहा है। एसडीएम ने तहसीलदार राजेश वर्मा के माध्यम से जब इस मामले की जांच कराई तो सौंपी गई रिपोर्ट में घूस मांगने की पुष्टि हुई, जिसके चलते एसडीएम ने आज रिश्वतखोर लेखपाल को सस्पेंड कर दिया है।

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