क्षय रोग लाइलाज नहीं है-रोगी को दवा दिलाने की है जरूरत-DM
जिलाधिकारी अनुज सिंह ने कहा है कि क्षय रोग लाइलाज नहीं है लेकिन समय रहते इसका उपचार कराना जरूरी है
हापुड। जिलाधिकारी अनुज सिंह ने कहा है कि क्षय रोग लाइलाज नहीं है लेकिन समय रहते इसका उपचार कराना जरूरी है। मरीज से किसी तरह का भेदभाव नहीं रखते हुए उसे नियमित रूप से दवा खाने के लिए दें। सावधानी रखकर टीबी की बीमारी को अन्य के बीच फैलने से रोका जा सकता है।
बृहस्पतिवार को विश्व क्षय रोग दिवस के मौके पर जिला संयुक्त चिकित्सालय की ओर से मुख्य विकास अधिकारी प्रेरणा सिंह एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रेखा शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित किए गए कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि जिलाधिकारी अनुज सिंह ने कहा कि मौजूदा समय में क्षय रोग लाइलाज नहीं है लेकिन इसका इलाज भी कराना आवश्यक है। टीबी के मरीजों के अभिभावकों से अनुरोध करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि मरीज को जो दवाएं अस्पताल से दी जा रही है उन्हें नियमित रूप से मरीज को खाने के लिए दे जिससे वह जल्द ही स्वस्थ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही टीबी के मरीज के लिये स्वच्छ वातावरण, घर में हवा के आने जाने की अच्छी व्यवस्था, अन्य आवश्यक सावधानियां न केवल मरीज के लिये लाभप्रद है अपितु घर के अन्य सदस्यों को भी बीमारी से सुरक्षित रखने में सहयोगी होगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि सावधानी रखकर टी0बी0 के बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है। इसके साथ ही मरीज को पौष्टिक आहार नियमित रूप से दिया जाना भी उसके लिये लाभप्रद होगा। जिलाधिकारी ने उपस्थित टी0बी0 मरीजांे तथा उनके अभिभावकों को टी0बी0 का इलाज पूरा करने तथा नियमित जाँच व संतुलित पोषक आहार लेने के लिए प्रेरित भी किया। हमारा उद्देश्य शीघ्र जनपद को टी0बी0 से मुक्त किया जाना है। जिलाधिकारी ने इस प्रयास में सभी को सहयोग करने की अपेक्षा करते हुये आशा व्यक्त की कि सभी के सहयोग से जनपद शीघ्र ही क्षय रोग से मुक्त होगा।
जिलाधिकारी ने कार्यक्रम में सहयोग के लिये रोटरी क्लब, आई एम ए, मैरिनो इंडस्ट्रीज, रामा मेडिकल कालेज सहित सभी स्वयंसेवी एवं अन्य सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को धन्यवाद भी ज्ञापित किया। जिलाधिकारी द्वारा इनको प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया। उन्होंने गोद लिए हुए मरीजों को पुष्टाहार के पैकेट भी वितरित किए।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि क्षय रोगियों की प्रतिदिन की जांच 6 या 7 गुना होनी चाहिए समाज में लोगों को इस बीमारी से जागरूक करने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी प्रेरणा सिंह ने कहा कि डॉट्स पद्धति की दवा खिलाने की व्यवस्था भारत सरकार ने की थी जिसे संशोधित करते हुए वर्तमान समय में डेली रेजिमिन औषधि प्रदान की जा रही है तथा इलाज के दौरान प्रत्येक मरीज को निःक्षय पोषण योजना के अन्तर्गत रु0-500/- प्रत्येक माह डी0बी0टी0 के माध्यम से दिया जा रहा है।
इस कार्यक्रम में एक माह में जनपद को आवंटित टी0बी0 मरीजों को विभिन्न विभागों के अधिकारियों/कर्मचारियों तथा स्वयंसेवी संस्थाओं व अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा गोद लिया गया है। इस कार्यक्रम में टी0बी0 मरीज को इलाज अवधि में पोषक आहार दिये जाने तथा उनके नियमित औषधियों की आपूर्ति/जाँच का ध्यान रखने तथा सरकार द्वारा प्रदत्त सुविधाओं की अपूर्ति कराने में सहायता प्रदान करने का लक्ष्य है। इस लक्ष्य में विश्व क्षय रोग दिवस पर जनपद में 391 टी0बी0 मरीजों को गोद लिया गया है।