बिजली अभियन्ताओं की अपील - चैयरमेन न करें उत्पीड़न

अभियन्ताओं ने लोकतांत्रिक तरीके से असहयोग आन्दोलन करने का निर्णय लिया। बिजली अभियन्ताओं का उत्पीड़न बन्द करने की मांग की।

Update: 2021-05-24 04:58 GMT

मुज़फ्फरनगर। कोविड महामारी के दौर में अभियन्ताओं की समस्याओं का समाधान करने में पूरी तरह विफल पावर कारपोरेशन के चेयरमैन संघ के पदाधिकारियों का उत्पीड़न कर रहे हैं। प्रबन्धन द्वारा महासचिव के विरूद्ध की जा रही सतत उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों से क्षुब्ध बिजली अभियन्ताओं ने लोकतांत्रिक तरीके से असहयोग आन्दोलन करने का निर्णय लिया। बिजली अभियन्ताओं एवं संघ के प्रति उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियां बन्द करने की मांग की। यह जानकारी मुज़फ्फरनगर के एसडीओ प्रणव चौधरी ने दी है।

कोरोना वायरस से लगातार संक्रमित हो रहे तथा कोरोना संक्रमण से दिवंगत हो रहे अभियन्ताओं/अधीनस्थ कर्मचारियों की समस्याओं की ओर प्रबन्धन का ध्यान आकर्षित कराते हुए उनके निराकरण के सतत अनुरोध किये जाने से खिन्न पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम0 देवराज द्वारा संघ के महासचिव के विरूद्ध की जा रही उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों से क्षुब्ध बिजली अभियन्ताओं ने संघ के पदाधिकारियों के विरूद्ध उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों को बन्द करने की मांग करते हुए सोमवार दिनांक 25 मई, 2021 से चेयरमैन एम देवराज के साथ पूर्ण असहयोग किये जाने की घोषणा की।

बिजली अभियन्ता संघ के अध्यक्ष वी0पी0 सिंह ने बयान जारी कर कहा कि सभी ऊर्जा निगमों के अभियन्ता एवं कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर बिजली आपूर्ति एवं अन्य कार्य फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में कर रहे हैं। हजारों की संख्या में बिजली कर्मी कोरोना संक्रमित हुए हैं तथा दुर्भाग्यवश लगभग 200 से अधिक अभियन्ता एवं कर्मचारी कोरोना संक्रमण से दिवंगत हो चुके हैं तथा प्रबन्धन को बिजली कर्मियों को फ्रंट लाइन वर्कर का दर्जा देकर प्राथमिकता पर वैक्सीन लगवाना चाहिए था परन्तु इस कोविड महामारी में विद्युत कर्मियों को प्राथमिकता पर वैक्सीन लगवाये जाने हेतु तथा बिजली अभियन्ताओं की ज्वलन्त समस्याओं की ओर संघ द्वारा प्रबन्धन का सतत ध्यानाकर्षण कराया जाता रहा है। कोरोना संक्रमण के दौर में अपनी विफलता छिपाने के लिए पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम देवराज ने संघ के पदाधिकारियों के प्रति उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियां प्रारम्भ कर दी हैं। इस सम्बन्ध में संघ के प्रतिनिधिमण्डल ने दिनांक 22 मई को चेयरमैन देवराज से मिलकर वार्ता की जिसमें उन्होंने अभियन्ता संघ द्वारा किये जा रहे पत्राचार पर घोर अप्रसन्नता व्यक्त की तथा इसे बन्द करने की सलाह दी। इससे स्पष्ट है कि अभियन्ताओं के हित में संघ द्वारा किये जा रहे कार्यों तथा बिजली कर्मियों की ज्वलन्त समस्याओं की ओर प्रबन्धन का ध्यानाकर्षण कराये जाने से क्षुब्ध एम देवराज द्वारा उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियां प्रारम्भ की गयी हैं जिससे अभियन्ताओं में भय का वातावरण उत्पन्न किया जा सके जैसे कि उनके द्वारा विभागीय कार्यप्रणाली में अपनाया जा रहा है।

उन्होंने आगे बताया कि संघ के प्रति एम देवराज की भावना एवं पदाधिकारियों के विरूद्ध की जा रही उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों से पूरे प्रदेश के बिजली अभियन्ता आक्रोषित हैं क्योंकि वर्तमान कोरोना महामारी में कोरोना संक्रमित बिजली अभियन्ताओं को चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराने में चेयरमैन की कोई भूमिका नहीं रही वहीं बिजली अभियन्ता संघ की टीम द्वारा विद्युत अभियन्ताओं एवं उनके परिजनों की दिन-रात मदद की गयी है उससे पूरा अभियन्ता समुदाय संघ की टीम को साधुवाद दे रहा है। सम्भवतः पावर कारपोरेशन के चेयरमैन नहीं चाहते कि कोई भी अभियन्ता कोरोना संक्रमण से बचा रहे या कोरोना संक्रमित होने तक उचित इलाज मिले। चेयरमैन एम देवराज द्वारा उ0प्र0 शासन के 33 प्रतिशत उपस्थिति के शासनादेशों का उल्लंघन करते हुए लगातार सभी कैश-काउण्टरों एवं कार्यालयों में शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु उच्चाधिकारियों को निर्देशित कर रहे है एवं इसकी नियमित समीक्षा कर रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि उन्हें विद्युत कर्मियों की जान से कोई लेना-देना नहीं है। इसी क्रम में उन्होंने महासचिव के नेतृत्व में अभियन्ता संघ की कोविड हेल्पिंग टीम का मनोबल तोड़ने हेतु महासचिव सहित अन्य पदाधिकारियों के विरूद्ध उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों का सिलसिला प्रारम्भ किया है।

चेयरमैन एम देवराज की उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों से क्षुब्ध बिजली अभियन्ताओं ने आपात बैठक कर इसकी कठोर आलोचना करते हुए समस्त उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों को तत्काल निरस्त करते हुए इन्हें बन्द करने की मांग की गयी तथा अध्यक्ष पावर कारपोरेशन को पत्र के माध्यम से यह भी सूचित किया गया है कि यदि इं0 प्रभात सिंह का स्थानान्तरण आदेश तत्काल निरस्त न किया गया तो 25 मई से सभी ऊर्जा निगमों के तमाम बिजली अभियन्ता आपकी उत्पीड़नात्मक कार्यवाही का विरोध करते हुए आपके साथ पूर्ण असहयोग प्रारम्भ कर देंगे, जिससे उत्पन्न होने वाली किसी भी परिस्थिति का सारा उत्तरदायित्व आपका होगा। आपको यह भी सूचित करना चाहते हैं कि यदि इस उत्पीड़नात्मक स्थानान्तरण आदेश के कारण इं0 प्रभात सिंह का अथवा अन्य किसी अभियन्ता का किसी प्रकार का उत्पीड़न किया गया तो सभी ऊर्जा निगमों के तमाम बिजली अभियन्ता उसी क्षण सीधी कार्यवाही करने को बाध्य होंगे जिसका सारा उत्तरदायित्व चेयरमैन एम देवराज का होगा।

बिजली अभियन्ताओं ने चेयरमैन से पुनः अपील की कि ऊर्जा निगमों में कार्य का स्वस्थ वातावरण बनाये रखा जाये तथा अभियन्ताओं एवं विभागीय हित में संघ के महासचिव के विरूद्ध की गयी समस्त उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियां तत्काल निरस्त की जायें।

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