मुजफ्फरनगर में चुनाव के लिए जो IAS अफसर प्रेक्षक बनाए गए- जानिए कौन है
रणवीर नालंदा बिहार के रहने वाले हैं 2000 बैच के आईएएस रणवीर प्रसाद ने इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग में बीटेक डिग्री हासिल की
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश निर्वाचन आयोग ने निकाय चुनाव मुजफ्फरनगर में सकुशल संपन्न कराने के लिए जिस आईएएस अफसर रणवीर प्रसाद को भेजा है, आइए जानते हैं कौन है यह आईएएस अफसर रणवीर प्रसाद।
गौरतलब है कि इलेक्शन कमीशन ने मुजफ्फरनगर जनपद में निकाय चुनाव सकुशल संपन्न कराने के लिए प्रेक्षक के तौर पर वरिष्ठ आईएएस अफसर रणवीर प्रसाद को भेजा है। रणवीर प्रसाद मूल रूप से नालंदा बिहार के रहने वाले हैं। साल 2000 बैच के आईएएस अफसर रणवीर प्रसाद इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल किए हुए हैं। वर्तमान में हाउसिंग कमिश्नर और डायरेक्टर नगर भूमि सीमा रोपण उत्तर प्रदेश लखनऊ के पद पर तैनात हैं।
साल 2000 बैच के आईएएस अफसर रणवीर प्रसाद उत्तर प्रदेश शासन ने विशेष सचिव औद्योगिक विकास के पद पर भी काम कर चुके हैं। रणवीर प्रसाद को सबसे पहले जिलाधिकारी की जिम्मेदारी 6 फरवरी 2009 को संत कबीर नगर में दी गई थी। लगभग 5 महीने तक रणवीर प्रसाद संत कबीर नगर नगर के डीएम के बाद 30 जुलाई 2009 को ललितपुर जिले के डीएम बना कर भेजे गए। यहां से इनका ट्रांसफर लघु, सूक्ष्म उद्योग में विशेष सचिव के पद पर किया गया। लगभग 12 दिन बाद ही उत्तर प्रदेश सरकार ने आईएएस अफसर रणवीर प्रसाद को मैनपुरी के कलेक्टर की जिम्मेदारी दी। लगभग 14 महीने तक मैनपुरी के डीएम का चार्ज संभालने के बाद यूपी सरकार ने उन्हें एडिशनल कमिश्नर रूलर डेवलपमेंट बनाया था ।
इस पद पर भी रणवीर प्रसाद लगभग डेढ़ महीने तक तैनात रहे फिर उत्तर प्रदेश सरकार ने 13 जून 2012 को उन्नाव के डीएम के पद पर तैनात किया, वहां से इनका ट्रांसफर फिर से डीएम ललितपुर के पद पर किया गया। 6 फरवरी 2013 को उत्तर प्रदेश सरकार ने ललितपुर के डीएम की जिम्मेदारी वापस लेते हुए इनको प्रबंध निदेशक दक्षिण विद्युत वितरण निगम के पद पर आगरा में तैनात किया गया। वहां से इन्हें विशेष सचिव समाज कल्याण डिपार्टमेंट के पद पर भेजा गया। लगभग 10 दिन बाद ही आईएएस रणवीर प्रसाद को विशेष सचिव समाज कल्याण के साथ-साथ प्रबंध निदेशक समाज कल्याण निर्माण निगम की जिम्मेदारी भी दे दी गई थी। 30 मार्च 2014 को रणवीर प्रसाद को भदोही का कलेक्टर बनाया गया वहां से इन्हें हटाते हुए प्रतीक्षारत कर दिया गया था।
इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने 31 जुलाई 2014 को रणवीर प्रसाद को आजमगढ़ का कलेक्टर बनाकर भेजा गया वहां से जब रणवीर प्रसाद को हटाया गया तो उन्हें पहले वेटिंग में रखा गया उसके बाद उन्हें मनरेगा का एडिशनल कमिश्नर बनाया गया था। इसके साथ ही रणवीर प्रसाद विशेष सचिव उत्तर प्रदेश दुग्ध विकास के साथ साथ ही चीफ जनरल मैनेजर पीसीडीएफ के तौर पर भी तैनात किया गया था। साल 2016 में रणवीर प्रसाद का शासन में सचिव पद के लिए प्रमोशन हुआ और उन्हें दुग्ध विकास डिपार्टमेंट में ही सचिव बना दिया गया था। 27 मार्च 2016 को रणवीर प्रसाद को कानपुर का मंडलायुक्त के साथ डायरेक्टर हैंडलूम एंड टैक्सटाइल विभाग की भी जिम्मेदारी गई थी। आईएएस रणवीर प्रसाद को 16 मार्च 2018 को यूपी एसआईडीसी का प्रबंध निदेशक बनाया गया।
लगभग 3 महीने बाद ही इन उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्हें ग्राम्य विकास विभाग का सचिव बनाया गया। आईएएस रणवीर प्रसाद को उत्तर प्रदेश सरकार ने 30 अगस्त 2018 को बरेली के मंडलायुक्त की जिम्मेदारी सौंपी, जिस पर यह लगभग ढाई साल से अधिक समय तक तैनात रहे । 2 मार्च 2021 को रणवीर प्रसाद को सचिव राजस्व एवं बेसिक शिक्षा की जिम्मेदारी दी गई, बाद में 9 मार्च 2021 को रणवीर प्रसाद से सचिव बेसिक शिक्षा की जिम्मेदारी वापस लेते हुए उन्हें सचिव राजस्व विभाग एवं राहत आयुक्त के तौर पर बरकरार रखा गया। 17 सितंबर 2022 से आईएएस रणवीर प्रसाद उत्तर प्रदेश शासन में हाउसिंग कमिश्नर के साथ-साथ डायरेक्टर नगर भूमि सीमा रोपण की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं।