मूंछों की लड़ाई में सरकार की बल्ले-बल्ले
दो परिवारों के बीच चल रही वर्चस्व की लड़ाई में सरकार की बल्ले-बल्ले होने जा रही है।
जयपुर। राज्य के हनुमानगढ़ जिले में दो परिवारों के बीच चल रही वर्चस्व की लड़ाई में सरकार की बल्ले-बल्ले होने जा रही है। यहां के खुईयां गांव के रहने वाले तो रसूखदार परिवारों ने 72 लाख रुपए के एक शराब का ठेका लेने के लिए अरबों रुपए की बोली लगा दी है। गौरतलब है कि शराब का ठेका लेने के लिए रिकॉर्ड 5 अरब 10 करोड़ की मूंछों की इस लड़ाई में बोली लगी है।
बताया जा रहा है कि शराब का ठेका लेने के लिए लगाई गई अब तक की यह सबसे महंगी बोली है। जिसके बाद से यह घटना पूरे राज्य में चर्चा का विषय बनी हुई है। बीते साल शराब के ठेके की यह बोली महज 65 लाख रुपये तक ही पहुंच पाई थी। लेकिन इस वर्ष दो परिवारों के बीच चल रही प्रतिद्वंदिता ने इस ठेके के दामों को आसमान पर पहुंचा दिया है। दरअसल प्रदेश में शराब के ठेकों की ऑनलाइन नीलामी प्रक्रिया के दौरान हनुमानगढ़ जनपद की नोहर तहसील के खुईयां गांव में शराब की एक दुकान की बोली 5 अरब 10 करोड़ 10 लाख 15 हजार 400 रूपये लगी है। जबकि आबकारी विभाग ने इस दुकान का रिजर्व प्राइज 72 लाख रूपये रख रखा था।
आबकारी अधिकारी चिमन लाल मीणा ने बताया कि बोली लगाने वाली किरण कंवर को डिमांड नोटिस भेज दिया गया है। जिसमें उन्हें विभाग द्वारा 3 दिन में रुपए जमा कराने को कहा गया है। हालांकि इसे नामुमकिन माना जा रहा है। आबकारी अधिकारी ने बताया कि बोली लगाने की प्रक्रिया में प्रियंका कंवर दूसरे स्थान पर रही है। उधर प्रियंका कंवर और किरण कंवर के परिवारों के बीच काफी समय से प्रतिद्वंदिता चलना बताई जा रही है। दोनों ही परिवार इलाके में अपना रसूख कायम रखना चाहते हैं और इसी के चलते इस बार यह बोली इतनी ऊंचाई तक चली गई है। कहा जा रहा है कि दुकान की बोली ना हो सके, इसलिए इतनी ऊंची बोली लगाई गई है। क्योंकि राशि जमा न करवाने पर सिर्फ धरोहर राशि ही जब्त करने का प्रावधान है। यदि ऐसा होता है तो सरकार को ठेके की बोली फिर से लगवानी पड़ेगी। अब यदि ठेकेदार इतनी बड़ी रकम भर देता है तो यह प्रदेश की सबसे महंगी शराब की दुकान हो जाएगी।