सर्वे टीम के गांव पहुंचने से पूर्व दी जायेगी किसानों को सूचना
गन्ना सर्वेक्षण के समय खेत पर उपस्थित रहकर सर्वे में अपना योगदान दें, गन्ना किसानः संजय आर. भूसरेड्डी
लखनऊ। प्रदेश के आयुक्त, गन्ना एवं चीनी संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि पेराई सत्र 2023-24 के लिए गन्ना सर्वेक्षण कार्य 15 अप्रैल, 2023 से प्रारम्भ किया जायेगा। उन्होंने बताया कि गन्ना उत्पादन के सही आंकलन के लिये बोये गये गन्ने के क्षेत्र का सही सर्वेक्षण एक अत्यन्त महत्वपूर्ण एवं आधारभूत कार्य है, जिसे पूरी शुद्धता, तत्परता एवं पारदर्शिता तथा गन्ना कृषकों की सहभागिता से किये जाने की आवश्यकता है।
उन्होंनेे बताया कि 15 अप्रैल, 2023 से शुरू होने जा रहे गन्ना सर्वे कार्य के लिये गांवों में जाने वाली सर्वे टीम की सूचना, सर्वे का दिनांक, सर्वेकर्ता का नाम आदि किसानों को मोबाईल पर एस.एम.एस. के माध्यम से प्रेषित करने हेतु चीनी मिलों को निर्देश दिये गये हैं, जिससे किसान सर्वे के समय अपने खेतों पर उपस्थित रहकर सर्वे कार्य पूर्ण करा सके।
संजय आर. भूसरेड्डी ने किसानों से अपील की है कि इस बार गन्ना सर्वेक्षण गाटा के अनुसार किया जायेगा, इसलिये किसान अपने खेत पर रहकर अपने गाटा संख्या के अनुसार गन्ना सर्वे करा लें। यदि गाटा में गन्ना दर्ज नहीं हुआ तो पर्चियां नहीं बन पायेंगी और गन्ना सप्लाई नहीं हो पायेगा। उन्होंने कहा कि दोपहर के समय खेतों में भीषण गर्मी पड़ रही है, इसलिए सर्वे टीम यह सुनिश्चित करे कि सर्वे कार्य प्रातः जल्दी आरम्भ कर दिया जाये, जिससे दोपहर के समय पड़ने वाली गर्मी से बचाव हो सके। उन्होंने सभी चीनी मिलों को भी निर्देश दिये हैं कि सर्वे कार्मिकों के लिये पानी की बोतल, टोपी, गमछा आदि अपने स्तर से उपलब्ध करा दें।
उन्होंने राजकीय गन्ना सुपरवाईजरों जो कि विभाग और गन्ना किसानोें के बीच की कड़ी के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, को भी निर्देश दिये हैं कि सर्वे टीम के इन्चार्ज के रूप में वह यह सुनिश्चित करें कि गन्ना सर्वे का कार्य सर्वे नीति के प्राविधानों के अनुरूप पूरी शुद्धता, तत्परता, पारदर्शिता एवं गन्ना कृषकों की सहभागिता से पूर्ण कराया जाये।
यह भी उल्लेखनीय है कि इस वर्ष गन्ना किसानों को उनके बोये गये क्षेत्रफल के संबंध में मदुनपतलण्बंदमनचण्पद वेबसाइट पर घोषणा-पत्र ऑनलाइन अपलोड करने की सुविधा प्रदान की गयी है। घोषणा-पत्र में उल्लिखित सूचनाओं का शत्-प्रतिशत सत्यापन सर्वेक्षण के समय किया जाएगा, जो किसान ऑनलाईन घोषणा-पत्र उपलब्ध नहीं करायेंगे ऐसे कृषकों का सट्टा पेराई सत्र 2023-24 में विभाग द्वारा कभी भी बन्द किया जा सकता है।
सर्वे कार्य के दौरान प्रशिक्षण एवं अन्य कार्यक्रमों में कोविड-19 के दृष्टिगत सोशल डिस्टेन्सिंग एवं सेनेटाइजेशन आदि के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा।