विभाग की अनूठी पहल- 'युवा गन्ना किसान' होंगे प्रोत्साहित
गन्ना विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा द्वारा युवा पीढ़ी को गन्ना खेती से जोड़ते हुए स्वरोजगार उपलब्ध कराने हेतु निर्देश पारित किये गये हैं।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गन्ना खेती को उद्यमिता से जोड़ने तथा युवाओं को मिट्टी से जुड़ाव हेतु प्रोत्साहित करने के आदेशों के क्रम में चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा द्वारा युवा पीढ़ी को गन्ना खेती से जोड़ते हुए स्वरोजगार उपलब्ध कराने हेतु निर्देश पारित किये गये हैं।
जिसके अनुपालन में गन्ना विकास विभाग द्वारा प्रदेश के युवा गन्ना किसानों को गन्ने की खेती हेतु प्रेरित करने तथा उनमें प्रतियोगी भावना का संचार करने एवं गन्ने की प्रति हेक्टेयर उपज बढ़ाने के लिए राज्य गन्ना प्रतियोगिता वर्ष 2021-22 से गन्ना प्रतियोगिता पुरस्कारों की श्रेणी में एक नई श्रेणी 'युवा गन्ना किसान' को भी शामिल किया गया है। राज्य गन्ना प्रतियोगताओं के सफल, प्रभावी एवं पारदर्शी संचालन हेतु गन्ना कृषकों के हित में गन्ना आयुक्त द्वारा व्यापक दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं।
इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव एवं आयुक्त संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि गन्ना कृषकों की आय बढ़ाने हेतु गन्ना विकास विभाग, विभागीय योजनाओं और गतिविधियों के माध्यम से निरन्तर प्रयास कर रहा है। इन्हीं प्रयासों की कड़ी में राज्य गन्ना प्रतियोगिता के अन्तर्गत इस श्रेणी को शामिल किया गया है, जिससे गन्ने की खेती में युवा गन्ना किसानों का रुझान बढ़ेगा साथ ही नवोन्मेषी तकनीकों के प्रयोग को भी बल मिलेगा। इसके साथ ही अच्छे उत्पादन के फलस्वरूप युवा गन्ना किसानों की आय बढ़ेगी, जिससे उनका परिवार आर्थिक एवं सामाजिक रूप से समृद्ध होकर गरिमामय जीवनयापन कर सकेगा।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में युवा वर्ग खेती से विमुख होकर छोटे-मोटे रोजगार के लिए शहर की ओर पलायन कर रहे हैं क्योंकि युवा वर्ग कृषि कार्य को सम्मानजनक महसूस नहीं करता है। इस संबंध में गन्ना विकास विभाग द्वारा युवाओं को सम्मानजनक रूप से गन्ना खेती से जोड़ने के लिए अनूठी पहल की गयी है। इन युवा गन्ना किसानों से गन्ना आयुक्त द्वारा संवाद भी स्थापित किया जायेगा।
गन्ना आयुक्त संजय आर. भूसरेड्डी ने यह भी बताया कि आगामी प्रतियोगिता वर्ष 2021-22 से राज्य गन्ना प्रतियोगिता के अन्तर्गत विजेता कृषकों को मिलने वाली पुरस्कार धनराशि में भी बढ़ोत्तरी कर दी गयी है। अब राज्य गन्ना प्रतियोगिताओं के अन्तर्गत पाँचों श्रेणियों पेड़ी, शीघ्र पौधा, सामान्य पौधा, ड्रिप इरीगेशन विधि से सिंचाई तथा युवा गन्ना किसान के अन्तर्गत प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले कृषकों को क्रमशः 15,000, 10,000 एवं 7,500 रूपये की धनराशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जायेगी।
गन्ना आयुक्त संजय आर. भूसरेड्डी ने यह भी बताया कि गन्ना उत्पादन प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने के लिए कृषकों के मध्य व्यापक जागरुकता अभियान चलाया जायेगा। जिसके तहत परिक्षेत्रीय अधिकारियों द्वारा राज्य स्तर पर संचालित की जा रही गन्ना प्रतियोगिताओं का प्रचार-प्रसार पेन्टिंग, पोस्टर, बाउन्ड्रीवॉल लेखन, दैनिक समाचार-पत्र एवं गन्ना गोष्ठियों के माध्यम से किया जायेगा। जिससे गन्ना कृषकों को गन्ना प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए अधिक से अधिक संख्या में जागरुक किया जा सके। यह भी उल्लेखनीय है कि राज्य गन्ना प्रतियोगिता के अन्तर्गत राज्य स्तरीय पुरस्कार हेतु कृषकों का चयन विभाग द्वारा नामित कटाई अधिकारियों के पर्यवेक्षण में गन्ना फसल की कटाई उपरान्त प्राप्त प्रति हेक्टेयर अधिकतम औसत उपज के आधार पर किया जाता है।