चुनाव ड्यूटी से नाम कटवाने को मुख्यालय पहुंचे सफाईकर्मी की मौत
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ड्यूटी से नाम हटवाने के लिए जिला मुख्यालय पहुंचे बीमार सफाईकर्मी की ऑटो में ही मौत हो गयी।
गाजियाबाद। उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ड्यूटी से नाम हटवाने के लिए जिला मुख्यालय पहुंचे बीमार सफाईकर्मी की ऑटो में ही मौत हो गयी। आरोप है कि मृत कर्मचारी के परिजनों ने अधिकारियों को सफाईकर्मी के बीमार होने की जानकारी दी थी और फोटो दिखाकर ड्यूटी से नाम हटाने के लिए कहा था। लेकिन अधिकारियों ने सफाईकर्मी को बीमारी की हालत में जिला मुख्यालय स्थित ग्रामीण अभियंत्रण कार्यालय बुला लिया, जिससे की तस्दीक कर सकें कि वह बीमार है या नहीं।
मृतक सफाईकर्मी का नाम मलखान सिंह बताया गया है। मलखान के बेटे ब्रिजेश सिंह ने बताया कि उनके पिता हृदयरोग से पीड़ित थे और उनको सांस लेने में तकलीफ थी। पैर में भी घाव हो गया था, वह चलने-फिरने में असमर्थ थे। इसलिए दो माह से छुट्टी पर थे। दो दिन पहले चुनाव में ड्यूटी लगाए जाने के बारे में जानकारी हुई तो नगर निगम में कार्यरत सुपरवाइजर सतेंद्र चौहान को सूचित कर दिया गया था।
स्वजन ने आरोप लगाया कि मलखान की चुनाव में लगी ड्यूटी कटवाने के लिए ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के परियोजना निदेशक पीएन दीक्षित के कार्यालय में पहुंचे तो वहां इन्कार कर दिया गया और मलखान को बुलाकर लाने का कहा गया। ब्रिजेश ने बताया कि वह सोमवार दोपहर को पिता मलखान को आटो में बैठाकर ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के कार्यालय पहुंचे। कार्यालय के बाहर ही आटो में बैठे हुए ही उनकी मौत हो गई।
सफाईकर्मी की मौत की खबर के बाद अन्य कर्मचारियों ने रोष व्याप्त है। उनका कहना है कि अधिकारियों की हठधर्मिता के कारण उनके साथी की जान चली गई।