तनख्वाह से नहीं भर रहा था रिश्वतखोर बाबू का पेट - रंगे हाथों अरेस्ट
कोटेदार से राशन उठान के नाम पर 3000 रुपए की घूस ले रहे रिश्वतखोर बाबू को एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है
इटावा। भ्रष्टाचार की दलदल में गहरे तक उतर चुके सरकारी कर्मचारियों का गवर्नमेंट से मिलने वाली तनख्वाह से पेट नहीं भर रहा है। परिवार के अतिरिक्त खर्चों की पूर्ति के लिए कोटेदार से राशन उठान के नाम पर 3000 रुपए की घूस ले रहे रिश्वतखोर बाबू को एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। पकड़े गए बाबू को कोतवाली ले जाकर भ्रष्टाचारी के मुकदमा दर्ज कराया गया है।
दरअसल इटावा के सहादत नगर का रहने वाला अमन माथुर जो सफीपुर स्थित पूर्ति कार्यालय में लिपि के पद पर तैनात है, वह राशन उठान के नाम पर हर महीने कोटेदारों से सुविधा शुल्क की वसूली कर रहा था। रिश्वतखोर बाबू के भ्रष्टाचार से परेशान हुए कस्बा निवासी कोटेदार आदिलुर रहमान उर्फ रूमी एवं आनंद कुमार ने भ्रष्टाचारी बाबू अमन को रिश्वत लेते हुए पकड़वाने की योजना बनाई।
प्लान के मुताबिक रूमी ने लखनऊ एंटी करप्शन विभाग से इस मामले की शिकायत की। एंटी करप्शन टीम के इंस्पेक्टर सुनील कुमार के नेतृत्व में उदय राज निषाद, राकेश सिंह एवं नुरुलहरा समेत 12 सदस्यीय टीम ने सफीपुर पहुंचकर अपने मिशन भ्रष्टाचार उजागर करो अभियान में जुट गई। कोटेदार आनंद को विजिलेंस टीम द्वारा पाउडर लगाकर कुछ नोट देते हुए बाबू को देने के लिए भेजा गया। योजना के मुताबिक पहले से ही फील्डिंग सजाये बैठी एंटी करप्शन की टीम ने जैसे ही बाबू अमन को कोटेदार आनंद ने पैसे दिए, वैसे ही एंटी करप्शन की टीम ने बाबूजी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। अरेस्ट किए गए बाबू को लेकर टीम सदर कोतवाली पहुंची जहां भ्रष्टाचारी बाबू के खिलाफ कोटेदार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कराया गया। इसके बाद टीम बाबू को अपने साथ लेकर चली गई।