110वाँ बर्थडे- क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त ने कर दिए अंग्रेजों के दांत खट्टे
1924 में मात्र चौदह साल की उम्र में चंद्रशेखर आजाद तथा भगत सिंह से इनकी मुलाकात हुई। इसके बाद वे हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन के लिए काम करने लगे।
जौनपुर। उत्तर प्रदेश में जौनपुर के सरांवा गांव में स्थित शहीद लाल बहादुर गुप्त स्मारक पर आज हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकंन आर्मी व् लक्ष्मीबाई ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने अंग्रेजों के दांत खट्टे करने वाले महान क्रांतिकारी , स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी बटुकेश्वर दत्त का 110 वां जन्मदिन मनाया। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक मोमबत्ती व् अगरबत्ती जला कर उन्हें अपनी श्रंद्धाजलि दी।
शहीद स्मारक पर मौजूद लोगो को संबोधित करते हुए लक्ष्मी बाई ब्रिगेड की अध्यक्ष मंजीत कौर ने कहा कि महान क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त का जन्म 18 नवंबर 1910 को बंगाल के वर्धमान केे औरी गांव में हुआ था। पिता गोष्ट बिहारी दत्त कानपुुुर में नौकरी करते थे। वही पीपीएन कॉलेज में स्नातक की डिग्री हासिल की।
उन्होंने कहा कि 1924 में मात्र चौदह साल की उम्र में चंद्रशेखर आजाद तथा भगत सिंह से इनकी मुलाकात हुई। इसके बाद वे हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन के लिए काम करने लगे । उन्होंनेे कहा सुखदेव और राजगुरु के साथ भी उन्होंने काम किया था।
लाहौर में 8 अप्रैल 1929 को केंद्रीय असेंबली में बम धमाके के बाद वे भगत सिंह के साथ गिरफ्तार हुए । 1963 में बिहार विधान परिषद के सदस्य बने और 20 जुलाई 1965 को दिल्ली में उनका निधन हो गया।