100 दिन - डीएम जसजीत कौर अपने डेढ साल के बेटे को छोड़ कर रही ड्यूटी
देश के सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले प्रदेश उत्तर प्रदेश के पश्चिमी जनपद शामली में 22 फरवरी को 2012 बैच की आईएएस अफसर जसजीत कौर को तैनात किया
शामली। देश के सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले प्रदेश उत्तर प्रदेश के पश्चिमी जनपद शामली में 22 फरवरी को 2012 बैच की आईएएस अफसर जसजीत कौर को तैनात किया। उसके कुछ दिन बाद देष में कोरोना वायरस दस्तक दे चुका था। देष के मुखिया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 23 मार्च को पूरे देश में 21 दिन का लाॅकडाउन कर दिया था, और वह लगाातार जारी है। आज देश में लगभग कोरोना वायरस से संक्रमित की संख्या 2 लाख से अधिक पहुंच गई है। डीएम जसजीत कौर कोरोना वायरस को लेकर सतर्क है। जनपद शामली में सबसे पहले कैराना में कोरोना से संक्रमित व्यक्ति मिला था, फिर जनपद में कोरोना से संक्रमित की संख्या बढ गई थी। उसके बाद जनपद शामली कोरोना से फ्री हो गया था। अब फिर कोरोना से संक्रमित की संख्या बढ गई है। शामली में अब 6 स्थान हाॅटस्पाॅट है। डीएम जसजीत कौर अपने डेढ साल के बेटे व अपने परिवार को छोड़कर जनता की सुरक्षा में जुटी हुई है। डीएम जसजीत कौर ने जनपद शामली को सूबे में अव्वल बनाने का काम भी किया है। 2 लाख से अधिक मास्क बनाये थे, जिसमें से 1 लाख 62 हजार निशुल्क वितरित किये। जब जिलाधिकारी जसजीत कौर व एसपी विनीत जयसवाल का काफिला मौहल्ला नानुपरा पहुंचा तो मौहल्लेवासियों ने काफिले पर पुष्पवर्षा शुरू कर दी। जिससे प्रसन्न होकर स्वयं डीएम जसजीत कौर व एसपी विनीत जायसवाल ने काफिले से नीचे उतरकर लोगों का उत्साहवर्धन किया था। आईएएस जसजीत कौर ने शामली डीएम के पद पर रहते हुए 100 दिन का कार्यकाल सफतापूर्वक पूर्ण कर चुकी है। डीएम जसजीत कौर के 100 दिन के कार्यकाल पर पेश है खोजी न्यूज की स्पेशल रिपोर्ट....
बता दें कि आईएएस अफसर जसजीत कौर ने पंजाब राज्य के अमृतसर में 14 अक्टूबर 1984 को परविंदर सिंह के परिवार में जन्म लिया। आईएएस जसजीत कौर की प्रारम्भिक शिक्षा अमृतसर के डी. ए.वी कॉलेज से हुई, उसके बाद उन्होंने अर्थशास्त्र से बी. एस.सी, पोस्ट ग्रेजुएट, डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन (पीजीडीसीए) किया। उसके बाद जसजीत कौर का 2012 में आईएएस में चयन हो गया। आईएएस जसजीत कौर की शुरुआती ट्रेनिंग सीतापुर और आगरा में हुई है। उसके बाद उन्नाव में 7 अगस्त 2014 से लेकर 20 अप्रैल 2016 तक ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात रही। जनपद बुलंदशहर में 21 अप्रैल 2016 से लेकर 17 अप्रैल 2018 तक मुख्य विकास अधिकारी के पद पर मुकर्रर रही। उसके बाद प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 17 अप्रैल 2018 से लेकर 12 सितम्बर 2019 तक विशेष सुरक्षा नियोजन विभाग, 12 सितम्बर 2019 से लेकर 18 सितम्बर 2019 तक अपर प्रबंध निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, 18 सितम्बर 2019 से लेकर 22 फरवरी 2020 तक अपर प्रबंध निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, अपर परियोजना निदेशक, एड्स नियंत्रण समाज के पद पर कार्यरत रही। उसके बाद आईएएस जसजीत कौर 22 फरवरी 2020 को जनपद शामली के डीएम के पद पर मुकर्रर किया।
आईएएस जसजीत कौर नही कर पा रही अपने परिवार के साथ लंच
कोरोना वायरस महामारी का लेकर जनपद शामली की डीएम जसजीत कौर अपने परिवार के साथ-साथ जनपदवासियों के सुरक्षा के प्रति भी सतर्क है। डीएम जसजीत कौर लगातार जनपद में आइसोलेशन वार्ड, क्वारंटाइन वार्ड में मरीजों की व हाॅटस्पाॅट मौहल्ला में निरीक्षण कर उनका हालचाल जानती है। शुरूआत से ही डीएम जसजीत कौर ने अपने परिवार से दूरी बना ली थी। क्योंकि ऐसे में उनके जरिए कोई संक्रमण परिवार के किसी सदस्य तक ना पहुंचे। डीएम जसजीत कौर के परिवार में उनके पति, एक डेढ साल का बेटा, और सासू है। डीएम जसजीत कौर के आवास पर फस्ट फ्लोर पर एक रूम है जिसे उन्होंने सेपरेट रूम बना लिया। डीएम जसजीत कौर फिल्ड से आते ही अपने सेपरेट रूम जाती है। फ्रेश होकर, कपड़ों को बदलकर उसके बाद ही अपने परिवार के सदस्यों के पास जाती है। वह सदस्यों के पास पहुंचकर भी उनसे दूरी बनाकर रखती है। डीएम जसजीत कौर का अपने डेढ साल के बेटे को गोद में लेकर दुलारने का मन करता है, पर वह उसे गोदी में लेकर नही बल्कि उसे दूर से ही दुलारती है। डीएम जसजीत कौर कोरोना वायरस महामारी से पहले दफ्तर से आते ही परिवार के साथ घुल-मिल जाती थी। वह अपने परिवार व जनसुरक्षा के लिए अपने परिवार के साथ नाश्ता व लंच या डीनर नही कर पा रही है। डीएम जसजीत ने जनपदवासियों ने सभी को मैसेज भी दिया था कि जब सरकार, प्रशासन, अफसर, कर्मचारी, पुलिस सब उनकी सुरक्षा के लिए डटे हैँ तो उनकी भी जिम्मेदारी बनती है कि वे लॉकडाउन का पालन करें। अपने घरों में रहें और सामाजिक दूरी बनाकर रखें।
सूबे में मास्क बनाने में भी जनपद को बनाया अव्वल
कोविड-19 से निपटने के लिए शामली प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ जुटा हुआ है। मास्क अनिवार्य होने के बाद से जिले में मास्क की कमी न हो। इसके लिए शामली प्रशासन ने स्वयंसेवी समूहों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी थी। जिस पर खरा उतरते हुए लक्ष्य पूरा ही नहीं किया गया, बल्कि तमाम रिकॉर्ड तोड़ते हुए जनपद शामली प्रदेश में अव्वल यानी प्रथम स्थान पर आ चुका है। जिले में फिलहाल तक दो लाख 22 हजार से अधिक मास्क बनाये गए, लेकिन खास बात यह है कि एक लाख 62 हजार से अधिक मास्क निशुल्क वितरित किये गए है। जिलाधिकारी जसजीत कौर के नेतृत्व में लगातार अफसर कर्मी जुटे है तो वहीं स्वयंसेवी समूहों ने भी कीर्तिमान स्थापित किया है।
डीएम जसजीत कौर ने जूम एप से उपचारित लोगों के साथ वार्ता कर जाना हाल
डीएम जसजीत कौर ने कलक्ट्रेट एनआईसी से जूम ऐप के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झिझाना में कोविड-19 हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड में उपचारित लोगों से वार्ता कर उनका हाल जाना। डीएम जसजीत कौर ने वार्ता के क्रम में यहां उपचार करा रहे लोगों से बात कर उनसे स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही हॉस्पिटल में उनको खाना समय से मिल रहा है या फिर कोई समस्या है इसके बारे में भी पूछा। उन्होंने डॉक्टरों से भी चेकअप एवं अन्य सभी सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। उपचार करा रहे मरीजों ने डीएम जसजीत कौर को बताया कि उन्हें हॉस्पिटल में सभी सुविधा अच्छी तरह से मिल रही हैं। किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। इसके अतिरिक्त डीएम जसजीत कौर ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय भटनागर व अन्य डॉक्टरों के साथ-साथ हॉस्पिटल में ड्यूटी पर तैनात मेडिकल स्टाफ से वार्ता की और उसने हॉस्पिटल में सभी उपकरणों के साथ-साथ उनको किसी भी प्रकार की कोई समस्या की जानकारी भी ली।
कलक्ट्रेट में बिना मुंह ढके एकत्र लोगों देख जिला मजिस्ट्रेट ने फटकार लगाई
कलक्ट्रेट पर कुछ ग्रामीण जिला मजिस्ट्रेट जसजीत कौर को अपनी मांगों को लेकर प्रार्थना पत्र देने के लिए पहुंचे। दो लोगों ने जिला मजिस्ट्रेट जसजीत कौर को पत्र देकर बात कही। प्रार्थना पत्र देने के बाद दर्जन भर के करीब लोग एक जगह एकत्र होकर वार्ता कर रहे थे। उसी दौरान वहां से डीएम जसजीत कौर निकल रही थी। एक जगह दर्जनभर के लगभग लोगों को देखकर जिला मजिस्ट्रेट जसजीत कौर ने गाड़ी रुकवाकर उन्हें फटकार लगाई। कुछ लोगों ने मुंह पर मास्क तक नहीं लगा रखा था। जिला मजिस्ट्रेट जसजीत कौर को देखकर लोग भौच्चके रह गए। आनन फानन में मुंह पर कपड़ा भी लगाया। जिला मजिस्ट्रेट जसजीत कौर ने एक जगह एकत्र लोगों को अलग-अलग खड़े होने की चेतावनी दी। कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए शारीरिक दूरी का ख्याल रखने की भी नसीहत दी।
डीएम और एसपी पर जनता ने की पुष्पवर्षा
शामली के मौहल्ला नानूपुरा स्थित एक मस्जिद में कोरोना संक्रमित मिलने के बाद शासनादेश पर पूरे मौहल्ले के एक किलोमीटर के दायरे को सील कर दिया गया था ताकि कोरोना महामारी न फैल सके। इस दौरान जिलाधिकारी जसजीत कौर व एसपी विनीत जयसवाल ने उक्त स्थानों पर भ्रमण करते हुए सभी को घरों में ही सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पडे। पुलिस व प्रशासन के कार्यों की सराहना करते हुए, जब जिलाधिकारी जसजीत कौर व एसपी विनीत जयसवाल का काफिला मौहल्ला नानुपरा पहुंचा तो मौहल्लेवासियों ने काफिले पर पुष्पवर्षा शुरू कर दी। जिससे प्रसन्न होकर स्वयं डीएम जसजीत कौर व एसपी विनीत जायसवाल ने काफिले से नीचे उतरकर लोगों का उत्साहवर्धन किया। दर्जनों लोगों ने डीएम जसजीत कौर व एसपी विनीत जायसवाल को फूलों की मालाएँ भेट की और हर संभव सहयोग करने का भरोसा दिया। इस दौरान जिलाधिकारी जसजीत कौर ने कहा कि कोरोना एक महामारी है। जिसमें सभी अपने घरों में सुरक्षित रहे। इस दौरान मौहल्लेवासियों ने साफ सफाई कर कार्य करने वाले नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों को भी सैनेटाईजर तथा मास्क भेट कर स्वागत किया।
डीएम जसजीत कौर ने कम्युनिटी किचन का किया निरीक्षण
डीएम जसजीत कौर ने कलेक्ट्रेट स्थित कम्युनिटी किचन का निरीक्षण किया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी अरविंद कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। कम्युनिटी किचन लॉक डाउन से प्रभावित गरीब और कमजोर वर्गों को भोजन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा संचालित किया गया। डीएम जसजीत कौर ने बताया कि जनपद में 10 कम्युनिटी किचन संचालित हैं। सभी किचन में सोशल डिस्टेंसिंग तथा शत-प्रतिशत स्वच्छता के मानकों का अनुपालन करते हुए भोजन तैयार कराया जा रहा। उन्होंने बताया कि विभिन्न कम्युनिटी किचन व स्वंम सेवी संस्थाओं में तैयार किया गया भोजन जनपद के विभिन्न चिन्हित स्थानों पर जरूरतमन्दों को वितरित किया जा रहा। सभी कम्युनिटी किचन के माध्यम से जरूरतमन्दों को सुबह शाम भोजन वितरित किया जा रहा है।