आबकारी विभाग - यूपी में सैनिटाइजर का निर्माण, अन्य प्रदेशों में वितरण
मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ ने आबकारी विभाग को राज्य में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए पर्याप्त मात्रा में हैंड सैनिटाइजर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
लखनऊ। मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ ने आबकारी विभाग को राज्य में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए पर्याप्त मात्रा में हैंड सैनिटाइजर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। प्रमुख सचिव आबकारी संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि मुख्य मंत्री के निर्देशों और आबकारी मंत्री आर.एन. अग्निहोत्री के आदेशनुसार राज्य में सैनिटाइज़र का उत्पादन अधिकतम् करने के लिए राज्य में स्थापित चीनी मिलों, आसवनियों एवं अन्य ड्रग अनुज्ञापन धारक इकाईयों को हैण्ड सैनटाइजर का निर्माण किये जाने हेतु एफ.एल.-41 अनुज्ञापन त्वरित गति से प्रदान किये गये हैं।
प्रदेश में अद्यतन 27 चीनी मिल सह आसवनी इकाईयाॅं, 12 केवल आसवनियों एवं 40 अन्य इकाईयों को सैनटाइजर निर्माण किये जाने हेतु अनुज्ञापन दिया गया है । इसी क्रम में 07 फारमेसियों द्वारा भी सेनटाइजर का निर्माण किया जा रहा है । यह भी उल्लेखनीय है कि मुख्य मंत्री के आदेशों के पूर्व प्रदेश में केवल 01 इकाई द्वारा सेनटाइजर का उत्पादन किया जाता था तथा वर्तमान में 86 इकाईयों द्वारा सेनेटाइजर का उत्पादन किया जा रहा है । इससे न सिर्फ सेनेटाइजर की उपलब्धता बढ़ी है बल्कि इसके मुल्य नियंत्रण में भी सहायता मिली है । भारत सरकार के खाद्य उपभोक्ता मामले एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय से प्राप्त निर्देशों के क्रम में प्रदेश सरकार द्वारा भी निर्देशित किया गया है कि सामान्य जनता से हैण्ड सेनटाइजर का अधिकतम फुटकर मूल्य प्रति 200एम.एल. पैक रू.-100/- से अनधिक एवं इससे अधिक मात्रा के सेनटाइजर का मूल्य इसी अनुपात में रखा जायेगा । इसका उल्लंघन पाये जाने पर सुसंगत नियमों के अंतर्गत कार्यवाही की जायेगी । उक्त के अतिरिक्त सेनेटाइजर को आम जन मानस तक सुलभता से पहुॅचाया जा सके इस हेतु इसकी बिक्री के लिए मुख्य मंत्री के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग द्वारा खुदरा विक्रय की भी अनुमति प्रदान की गयी है, जिससे सेनेटाइजर का विक्रय मेडिकल स्टोर/जनरल स्टोर/ग्रोसरीज आदि के माध्यम से भी हो सकेगा ।
प्रमुख सचिव आबकारी संजय आर. भूसरेड्डी द्वारा अवगत कराया गया कि प्रदेश स्थित 86 इकाईयों द्वारा दिनांक 16.05.2020 तक 61,81,114.04ली. सेनटाइजर का उत्पादन किया गया है, जिसमें से लगभग 26,45,656.29 ली. प्रदेश में एवं 27,20,606.60ली. देश के अन्य राज्यों को आपूर्ति की गयी है । प्रदेश में वितरित 26,45,656.29ली. सेनटाइजर में 1,47,182.95ली. सेनटाइजर का वितरण जिलाधिकारियों के माध्यम से विभिन्न संस्थाओं, सरकारी अस्पतालों को कराया गया है। विभिन्न जनपदों में नगर निकायों के माध्यम से सेनटाइजर का छड़काव उन क्षेत्रों में कराया गया जहाॅं पर कारोना संक्रमण का खतरा अधिक है । लगभग 27.20 लाख लीटर की आपूर्ति देश के अन्य राज्यों को की जा चुकी हैं। इन राज्यों में दिल्ली को 5,77,450.46ली., महाराष्ट्र को 4,14,007 ली., हरियाणा को 6,51,810.2 ली., पंजाब को 63,410.6ली., उत्तराखण्ड को 1,50,331 ली., तामिलनाडू को 58,363ली., कर्नाटक को 76,716ली., मध्य प्रदेश को 54,760ली., बिहार को 73,467.9 ली., असम को 34,756.2ली, ओडिसा को 20,851ली., राजस्थान को 1,19,007.6 ली, मेघालय को 9,899 ली., केरल को 7,545 ली., झारखण्ड को 31,686.7 ली., चण्डीगढ़ को 3,057 ली., छत्तीसगढ़ को 4170.8 ली., गुजरात को 1,04,597 ली, जम्मू एवं कश्मीर को 5,805 ली., तेलंगाना को 33,986 ली., पश्चिम बंगाल को 50,778.2ली., दादर व नागर हवैली को 80,000 ली, हिमांचल प्रदेश को 80,125 ली., गोवा को 674ली., तथा नागालेैण्ड को 620ली.हैण्ड सेनटाइजर की आपूर्ति की गयी है । इस प्रकार उत्तर प्रदेश राज्य द्वारा प्रदेश के अन्य राज्यों में भी सेनटाइजर की आपूर्ति करके कोविड-19 के प्रकोप की रोक-थाम में सहयोग प्रदान किया जा रहा है ।