दुनिया भर में तेल सस्ता मगर जानिए देश मे क्या है पेट्रोल डीजल के दाम
कच्चे तेल की कीमतोें में तेजी आने पर भारत और अमेरिका सहित अधिकांश प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं द्वारा रणनीतिक तेल भंडार से तेल जारी करने की घोषणा की थी जिससे तेल की कीमतों पर दबाव बना था और ओमीक्रान के कारण इस पर और अधिक दबाव बन गया है
नयी दिल्ली। वैश्विक स्तर पर कोरोना के नये वेरिएंट ओमीक्रान के तेजी से फैलने के दबाव में मांग घटने की आशंका से कल अमेरिकी बाजार में कच्चे तेल में भारी गिरावट के बाद सिंगापुर में बढ़त के साथ कारोबार की शुरूआत हुयी है लेकिन घरेलू स्तर पर लगातार 27वें दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में टिकाव बना रहा।
कच्चे तेल की कीमतोें में तेजी आने पर भारत और अमेरिका सहित अधिकांश प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं द्वारा रणनीतिक तेल भंडार से तेल जारी करने की घोषणा की थी जिससे तेल की कीमतों पर दबाव बना था और ओमीक्रान के कारण इस पर और अधिक दबाव बन गया है। हालांकि तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक ने तेल उत्पादन बढ़ाने के निर्णय को टालने का संकेत दिया है जिससे तेल की कीमताें में फिर से तेजी आयी है।
सिंगापुर में कारोबार शुरू होते ही कच्चे तेल में तेजी का रूख देखा गया। लंदन ब्रेंट क्रूड 2.69 फीसदी की उछाल लेकर 71.09 डॉलर प्रति बैरल पर और अमेरिकी क्रूड 2.21 प्रतिशत की तेजी के साथ 67.64 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है।
केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमश: पांच रुपये तथा 10 रुपये प्रति लीटर की कमी करने से देश में इसकी कीमतों में कमी आयी थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश, कर्नाटक सहित देश के 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने इन दोनों उत्पादों पर मूल्य वर्धित कर (वैट) में कमी की है। इससे संबंधित राज्यों में इन दोनों पेट्रोलियम उत्पाद की कीमतों में और कमी आयी है।
घरेलू बाजार में 27 वें दिन भी पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ। राजधानी दिल्ली में देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के पंप पर पेट्रोल की कीमत 103.97 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम 86.67 रुपये प्रति लीटर पर टिके रहे।