कोरोना की दूसरी लहर में एक करोड़ लोग हुए बेरोजगार?
कोरोनावायरस की दूसरी लहर के बीच भारत में 1 करोड़ से अधिक लोग बेरोजगार हो चुके हैं
नई दिल्ली। कोरोना वैश्विक महामारी के बीच आम आदमी पूरी तरह हाल बेहाल हो चुका है। करोड़ों लोग रोजगार से वंचित हो चुके हैं। कईयों की नौकरी चली गई। कईयों के घर मे खानों के पैसे नहीं है। कई लोगों के पास घर चलाने तक का राशन भी उपलब्ध नहीं है। लोग हाल बेहाल हो चुके हैं।
ताजा आंकड़ा बताया जा रहा है कि कोरोनावायरस की दूसरी लहर के बीच भारत में 1 करोड़ से अधिक लोग बेरोजगार हो चुके हैं। वही कोरोना महामारी की शुरुआत से अब तक करीब 97 परिवारों की इनकम घट गई है।
सेंटर फॉर इंडियन इकॉनोमी के चीफ एग्जीक्यूटिव महेश व्यास ने सोमवार को यह आंकड़ा जारी किया हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई को महेश व्यास ने बताया कि मई के महीने में बेरोजगारी दर 12% तक पहुंच सकती है, जो कि अप्रैल में 8 $ पर थी। इस दौरान करीब एक करोड़ लोग बेरोजगार हुए हैं। जिसका मुख्य कारण कोरोना कि दूसरी लहर है। महेश व्यास के मुताबिक अब जब आर्थिक गतिविधियां खुल रही है, तो कुछ दिक्कत है। महेश व्यास द्वारा यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि जिन लोगों की नौकरी गई है,उन्होंने दोबारा रोजगार मिलने में काफी मुश्किलें आ रही है क्योंकि इनफॉरमल सेक्टर तो कुछ हद तक रिकवर कर रहा है। लेकिन फॉर्मल सेक्टर है या अच्छी क्वालिटी की नौकरी है क्षेत्र में वापसी में अभी वक्त लगेगा।
मई 2020 में बेरोजगारी की दर 23.5℅ तक पहुंच गई थी। जब नेशनल लॉकडाउन लगा हुआ था। लेकिन इस साल जब कोरोना की दूसरी आई तो धीरे-धीरे राज्यों ने अपने स्तर पर पाबंदी लगाई। जो काम शूरी हुए थे वो फिर से फिर बंद हो गए।
सीएमआईई के आंकड़ों के अनुसार
कोरोना की दूसरी लहर में हुए बेरोजगारी : 10 मिलियन से ज्यादा
• शहरी बेरोजगारी दर (मई) : 14.73%
• ग्रामीण बेरोजगारी दर (मई) : 10.63%