मुकेश अंबानी की मुश्किलें बढ़ीं
ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन की आपत्ति की वजह से फ्यूचर ग्रुप की डील अधर में पड़ गई है। इस डील के भविष्य को लेकर संशय बरकरार है। वहीं, इन सबका फायदा टाटा ग्रुप को मिलने की उम्मीद की जा रही है।
मुंबई। बीते साल रिटेल मार्केट में छा जाने के लिए मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कई अहम डील की। इस दौरान रिलायंस रिटेल में कई विदेशी कंपनियों ने निवेश किया। वहीं, रिलायंस ने फ्यूचर ग्रुप के रिटेल कारोबार के अधिग्रहण के लिए भी 24 हजार करोड़ की डील की। हालांकि, ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन की आपत्ति की वजह से फ्यूचर ग्रुप की डील अधर में पड़ गई है। इस डील के भविष्य को लेकर संशय बरकरार है। वहीं, इन सबका फायदा टाटा ग्रुप को मिलने की उम्मीद की जा रही है।
दरअसल, हाल ही में रिलायंस रिटेल ने किशोर बियानी के फ्यूचर ग्रुप के थोक व खुदरा कारोबार को खरीदने का सौदा पूरने की समय-सीमा छह महीने के लिये बढ़ा दी है। सौदा पूरा करने की समयावधि 31 मार्च, 2021 थी, जो अब बढ़कर 30 सितंबर, 2021 कर दी गई है। आपको यहां बता दें कि फ्यूचर ग्रुप और रिलायंस की इस डील को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई), भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के अलावा शेयर बाजारों से मंजूरियां मिल चुकी हैं। लेकिन कोर्ट में अमेजन की अपील की वजह से डील में देरी हुई है। ऐसा माना जा रहा है कि रिलायंस और फ्यूचर डील के पूरा होने से पहले ही टाटा ग्रुप अपने बहुप्रतीक्षित प्लेटफॉर्म सुपर ऐप को लॉन्च कर सकती है। आपको यहां बता दें कि टाटा समूह अपने विभिन्न कंज्यूमर बिजनेसेज को एक साथ लाते हुए सुपर ऐप के नाम से एक ओम्नीचैनल डिजिटल प्लेटफॉर्म लॉन्च करने की योजना बना रहा है। टाटा के इस कदम से मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज की चुनौती बढ़ेगी। (हिफी)