UP में महंगी बिजली के आसार- कंपनियां चाहती हैं बिजली हो 8 रूपये यूनिट
उत्तर प्रदेश में विद्युत नियामक आयोग द्वारा तकरीबन तीन करोड़ बिजली उपभोक्ताओं को झटका देने की तैयारियां की जा रही है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विद्युत नियामक आयोग द्वारा तकरीबन तीन करोड़ बिजली उपभोक्ताओं को झटका देने की तैयारियां की जा रही है। यूपी में एक बार फिर से बिजली के महंगी होने के आसार बन रहे हैं, क्योंकि उत्तर प्रदेश नियामक आयोग द्वारा बिजली की दरों को लेकर 21 जून से सुनवाई शुरू की जा रही है। बिजली कंपनियों की ओर से बिजली के दामों में बढ़ोतरी पर जोर दिया जा रहा है।
मंगलवार को मिल रही खबरों के मुताबिक उत्तर प्रदेश नियामक आयोग बिजली की दरों को लेकर 21 जून से सुनवाई शुरू कर रहा है। उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद बिजली कंपनियों की ओर से की जा रही बिजली के दामों को बढ़ाने की मांग का यह कहते हुए विरोध कर रहा है कि बिजली कंपनियों पर पहले से ही उपभोक्ताओं का 22 हजार 45 करोड रूपया बकाया निकल रहा है। ऐसे हालातों के चलते बिजली के दामों में बढोतरी किये जाने के बजाय अगले 5 साल तक हर साल बिजली की दरें 7 प्रतिशत कम की जानी चाहिए।
उधर उत्तर प्रदेश नियामक आयोग का कहना है कि विभाग की आमदनी और खर्च में 6762 करोड रुपए का अंतर है। ऐसे हालातों के बीच अगर बिजली की दरें नहीं बढ़ाई जाती हैं तो विभागीय घाटे में बढ़ोतरी होती रहेगी।