अदालत के फैसले का इंतजार- आजम खान के सिर पर लटक रही तलवार
रामपुर। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की सरकार चले जाने के बाद से समस्याओं से चौतरफा घिरे समाजवादी पार्टी के महासचिव एवं अखिलेश सरकार में मंत्री रहे मोहम्मद आजम खान के ऊपर एक बार फिर से अदालती कार्रवाई की तलवार लटक गई है। एमपी एमएलए कोर्ट में चल रहे 2 मामलों में जारी कार्रवाई के फैसले पर लोगों के अलावा खुद आरोपी पूर्व मंत्री की भी निगाहें लगी हुई है।
शुक्रवार को अभियोजन अधिकारी अमरनाथ तिवारी ने बताया है कि अखिलेश यादव सरकार में कद्दावर मंत्री रहे मोहम्मद आजम खान के खिलाफ एमपी एमएलए कोर्ट में भड़काऊ भाषण और जन्म प्रमाण पत्र के दो मामले चल रहे हैं। इन दोनों ही मुकदमों में अब केवल अंतिम बहस होना बाकी रह गई है यानी एमपी एमएलए कोर्ट में चल रहे यह दोनों मां दोनों ही मामले अंतिम पड़ाव में पहुंच चुके हैं।
क्योंकि बृहस्पतिवार को मोहम्मद आजम खान के भड़काऊ भाषण मामले में उनकी तरफ से तीन गवाह अदालत में पेश किए गए थे, अभी तक इस मामले में सभी सात गवाह अदालत में पेश होकर अपने बयान दर्ज करा चुके हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान की ओर से इस मामले में 14 गवाहों की सूची दी गई थी। अब मामले की अगली सुनवाई के लिए 17 मई की तिथि नियत की गई है।