समाज पर अन्याय के खिलाफ एकजुट होकर जैन समुदाय ने दिया ज्ञापन

मुजफ्फरनगर। देशभर के विभिन्न स्थानों पर जैन समुदाय के लोगों पर हो रहे अन्याय के खिलाफ एकजुट हुए समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के नाम संबोधित अधिकारियों को दिया। इस मौके पर गौरव जैन ने कहा कि जैन समाज पर अन्याय नहीं रुका तो देश व्यापी आंदोलन किया जाएगा।
सोमवार को जैन एकता मंच युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव जैन की अगवाई में इकट्ठा हुए जैन समुदाय के लोगों ने देश भर के विभिन्न स्थानों पर समाज के लोगों पर हो रहे अत्याचार को लेकर अपना विरोध दर्ज कराया।
इस दौरान महाराष्ट्र में जैन समुदाय के मंदिर को महानगर पालिका द्वारा तोड़े जाने पर भी गहरी नाराजगी जताते हुए तोड़े गए मंदिर को इस स्थान पर बनाए जाने की डिमांड उठाई गई।
जैन एकता मंच युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव जैन की अगुवाई में इकट्ठा हुए जैन समुदाय के लोग नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे और महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन अधिकारियों को सौंप कर जैन समुदाय के लोगों की सुरक्षा की डिमांड उठाई।
इस मौके पर जैन एकता मंच युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव जैन एवं रोहित जैन तथा नितिन जैन ने कहा कि जैन समुदाय के लोगों पर किए जा रहे अन्याय को सहन नहीं किया जाएगा। यदि इस अन्याय को जल्द ही नहीं रोका गया तो हमारा शांति प्रिय समाज इतना भी कमजोर नहीं है कि हम अपने हकों की आवाज भी नहीं उठा सके।
उन्होंने हुंकार भरते हुए अल्टीमेटम दिया कि वह अपनी मांगों एवं सुरक्षा के लिए आंदोलन करने को तैयार है।
ज्ञापन देने वालो में मुख्य रूप से जैन एकता मंच युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव जैन, भारतीय सकल जैन समाज के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जैन, पंकज जैन गांधी टेंट हाउस, रोहित जैन"अप्पू", सकल जैन युवा संगठन से नितिन जैन, विप्लव जैन, गुरु सेवक परिवार से नगर अध्यक्ष आशीष जैन, अश्वनी जैन, अनुज जैन, पुनीत जैन, अमूल जैन, डॉ अमित जैन, एड. निपुण जैन, रविन्द्र जैन वहलना, सचिन जैन, मनित जैन, विकास जैन, सिद्धांत जैन, अखिलेश जैन, राकेश जैन, मनोज जैन, नितेश जैन, सुनील जैन, विनोद जैन, प्रियांक जैन, राजीव जैन बैंक वाले, संजय जैन, योगेंद्र जैन एड, संजीव जैन, अरविंद जैन, कुलदीप जैन, महिपाल जैन, अनमोल जैन, दिनेश जैन, कीमती लाल जैन, वैभव जैन,अशोक जैन,अश्वनी जैन, सीमित जैन आदि सैकड़ों लोग मौजूद रहे ।