परशुराम जयंती पर हुए हवन में मंत्री कपिल देव ने दी आहुतियां

मुजफ्फरनगर। भगवान परशुराम जयंती के उपलक्ष में आयोजित किए गए हवन में शामिल हुए प्रदेश सरकार के व्यावसायिक शिक्षा एवं उधमशीलता मंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल ने आहुतियां दी और शोभा यात्रा में शामिल होते हुए श्रद्धालुओं को जयंती की शुभकामनाएं देकर भगवान परशुराम के बताएं रास्ते पर चलने का आह्वान किया।

रविवार को भगवान परशुराम जयंती के मौके पर शहर में निकाली गई शोभा यात्रा से पहले आयोजित किए गए हवन में प्रदेश सरकार के व्यावसायिक शिक्षा एवं उधमशीलता मंत्री स्वतंत्र परिवार कपिल देव अग्रवाल ने शामिल होकर आहुतियां दी।
कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हवन यज्ञ से हुई, जिसमें मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने श्रद्धालुजनों के साथ मिलकर आहुतियां अर्पित की और भगवान परशुराम जी के आदर्शों — शौर्य, न्याय, तपस्या, और धर्म के सिद्धांतों को स्मरण किया।

उन्होंने इस अवसर पर भगवान परशुराम द्वारा दिए गए उपदेशों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लिया और सभी श्रद्धालुओं से भी यही अनुरोध किया कि वे समाज में धार्मिक और नैतिक मूल्यों का पालन करें।
उन्होंने बताया कि भगवान परशुराम की शिक्षाएं न केवल हमें सशक्त बनाती हैं, बल्कि हमारे समाज को एकजुट और समृद्ध करने की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करती हैं।

इस अवसर पर मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने श्रद्धालुजनों को सम्बोधित करते हुए भगवान परशुराम के जीवन से प्रेरणा लेने और उनके आदर्शों का पालन करने का आह्वान किया।
भगवान परशुराम जयंती के उपलक्ष में शहर में निकाली गई भव्य शोभायात्रा में श्रद्धालुओं का जोश और उत्साह देखने योग्य था। शोभायात्रा में भगवान परशुराम की झांकी, भजन मंडलियाँ, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने पूरे नगर को भक्तिमय बना दिया।
नगरवासियों ने जगह जगह शोभायात्रा का उत्साहपूर्वक स्वागत किया, और वातावरण में एक अद्वितीय श्रद्धा का संचार हुआ।
मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने इस दिव्य आयोजन के आयोजनकर्ताओं, समस्त श्रद्धालुजनों और समाज के प्रत्येक व्यक्ति को इस कार्यक्रम के सफल आयोजन पर हार्दिक शुभकामनाएं दीं और उनके प्रयासों को सराहा।
उन्होंने कहा, “भगवान परशुराम का आशीर्वाद हम सभी पर सदैव बना रहे और हम उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारकर एक मजबूत, समृद्ध और धर्मनिष्ठ समाज का निर्माण करें।”
इस अवसर पर पंडित भगवान शर्मा, संजय मिश्रा, अमित वत्स, कमलाकांत शर्मा, ब्रह्म प्रकाश शर्मा, सुभाष चंद शर्मा, विनीत कात्यायन, विजय शुक्ला, अरविंद राज शर्मा, उमादत्त शर्मा, डॉ. संदीप शर्मा, अमित शास्त्री, श्रीपाल शर्मा, के. पी. शर्मा, लक्ष्मण शर्मा, अक्षय शर्मा आदि गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।